नवरात्रि पर्व, पूजन में वास्तु के इन उपायों को अपनाकर घर में लाएं सुख समृद्धि

      26 सितंबर से नवरात्रि पर्व शुरू हो रहा है, माता से आप सुख समृद्धि की मनोकामना करते हैं। नवरात्रि पूजन में वास्तु शास्त्र का भी बहुत ध्यान रखना चाहिए, क्या चीज़ कौन सी दिशा में रहेगी इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है... कभी कभी आप सब कुछ कर रहे हैं लेकिन एक छोटी सी गलती आपके पुजा को पूर्ण रूप से सफल नहीं होने देता। आज हम दुर्गा पूजा में कैसे क्या कौन दिशा में रखना चाहिए उसके बारे में विस्तार से बताएंगे। माता की मूर्ति किस दिशा में हो, कलश और नारियल कहां रखना चाहिए..आप ये सब नियम अपनाएं और माता आपके घर में सुख समृद्धि अवश्य लाएंगे। जय माता दी.......

     नवरात्रि पर्व, पूजन में वास्तु के इन उपायों को अपनाकर घर में लाएं सुख समृद्धि....

       * वास्तु के हिसाब से पुजा हमेशा ईशान कोण में करना चाहिए। इसलिए माता की फोटो या कलश हमेशा ईशान कोण में स्थापित करना चाहिए। उत्तर दिशा में भी पुजा करना शुभफलदाई ही माना जाता है।

नवरात्रि शुरू हो रहा भूलकर भी नहीं करें ये काम

    * नवरात्रि पूजन करने वाले साधक को हमेशा पुर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके ही बैठना चाहिए। 


     * नवरात्रि में दिया या हवन कुंड, अखंड दीप सब आग्नेय कोण में रखना चाहिए। क्योंकि अग्नि के देवता आग्नेय कोण में वास करते हैं। 


      * माता की फोटो जो घर में लाएं वो एकदम शांत रूप वाला लाएं, घर में युद्ध रूप वाला फोटो नहीं लगाना चाहिए। माता को हमेशा लाल फूल, लाल चंदन, लाल चुनरी चढ़ाना चाहिए, माता का पसंदीदा रंग लाल है। गुल्हर, अपराजिता, हरश्रृंगार फूल चढ़ाएं।

नवरात्रि में चढ़ाएं माता का प्रिय फूल

     * कलश स्थापना के दिन ये ध्यान देना चाहिए कि कलश का मुंह हमेशा पुजा में बैठने वाले के इधर हो, पूर्व दिशा में नारियल का मुंह रखने से धन की हानि होती है। नारियल लाल कपड़ा से लपेटा हो ये भी ध्यान रखें। नारियल का मुख मतलब जिधर तीन मुंह बना रहता है वो हुआ...

    * दुर्गा माता का के सामने जो अखंड दीप जलाएं वो हो सके तो घी का रखें। घी नहीं हो सके तो तिल का तेल उपयोग में ला सकते हैं।


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