Navaratri special - सप्तमी, अष्टमी, नवमी और विजयादशमी कब है जानें

      आज नवरात्र का छठा दिन है, जो मां कात्यायनी को समर्पित है। फिर सप्तमी जिसमें मां कालरात्रि की पूजा होती है और इसी दिन से हमारे बिहार झारखंड में माता का पट खुल जाता है। इस दिन जगरणा करते हैं मतलब हर चीज का जगाया जाता है नये कपड़े, घर के सामान आदि को। चावल का चौरठ पीस कर जगाते हैं, सप्तमी के दिन रात में बलि पड़ता है जिसे निशा बलि पूजा कहते फिर अष्टमी को उपवास करते हैं और नवमी को हवन कन्या पूजन कर विजयादशमी को विसर्जन करते हैं। ये सब आगे विस्तार से जानेंगे....



      षष्ठी पूजा में बेल वृक्ष का पूजा करते हैं जिसे बेलभरनी पूजा भी कहते हैं, षष्ठी से ही बंगाल में सिंदूर खेला शुरू हो जाता है। मां कात्यायनी को लाल रंग बेहद पसंद हैं इसलिए इस दिन माता को लाला गुलाब चढ़ाने से माता प्रसन्न होंगे। मां कात्यायनी की पूजा इस पोस्ट पर पढ़ सकते हैं।


       Navaratri special - सप्तमी तिथि कब है...


      सप्तमी तिथि कल यानी शनिवार 21 अक्टूबर 2023 को है, जिसमें मां कालरात्रि की पूजा होती है। मां कालरात्रि की पूजा के बारे में जानें...  मां कालरात्रि को रातरानी का फूल चढ़ाना चाहिए और गुड़ का भोग लगाना चाहिए। अगर इनके मंत्रों का जप करना है तो चंदन का माला सबसे अच्छा होता है। इस दिन हमारे यहां जगरणा भी किया जाता है जिसमें माता का पट खुलता है।

       कालरात्रि माता को अर्ध रात्रि में स्नान करा फिर रात्रि में पूजा किया जाता है तब बलि पड़ता है। हमारे बिहार के बहुत घरों में काले छागर या काला कबूतर का बलि देते हैं लेकिन बहुत घरों में जहां सात्विक पूजा करते हैं वहां भूआ या पेठा, केला को छागर मान बलि देते हैं। यह बलि घर के कोई सदस्य नहीं देखते हैं... हां पूजा में शामिल हो सकते हैं। बिहार में मंदिर में भी यही प्रथा चलती है।


       Navratri special - अष्टमी तिथि कब है....


       अष्टमी तिथि 22 अक्टूबर 2023 रविवार को है। इस दिन लोग उपवास करते हैं बहुत लोग निर्जला उपवास भी रखते बहुत लोग फलाहार कर उपवास करते। अष्टमी तिथि 21 अक्टूबर रात 9.53 से 22 अक्टूबर 7.58 तक रहेगा। दुर्गा अष्टमी के दिन महागौरी मां की पूजा की जाती है।

      माता को अष्टमी के दिन लाल फूल और लौंग अवश्य चढ़ाएं। नारियल की बर्फ़ी का भोग लगाएं। कहा जाता है माता ने चंड मुंड का वध इसी अष्टमी के दिन किया था। अगर आप पुरे नौ दिन व्रत पूजा नहीं रख सकते हैं तो सप्तमी, अष्टमी और नवमी की पूजा भी आपको नवरात्र का फल देगा। इस दिन सुहागिन को चुड़ी, सिंदूर देना चाहिए, कन्या भोजन भी किया जाता है।

     Navaratri Special - नवमी तिथि कब है...

    
      नवमी तिथि 23 अक्टूबर 2023 को हैं। 22 अक्टूबर शाम 7.58 से 23 अक्टूबर शाम 5.44 तक नवमी तिथि रहेगा। इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है और इस दिन हवन, कन्या पूजन कर नवरात्र समाप्त हो जाता है। बहुत जगह आज के दिन बलि भी देते हैं।

       नवरात्रि के नवमी तिथि को हवन विधि आप यहां से जान सकते हैं। नवमी के दिन हवन कर महिलाएं मंदिर में खोइछा भरने जाती है। कन्या पूजन विधि नवमी को कन्या को भी खोइछा अवश्य दें जिससे आपका घर भरा पूरा रहता है। 

        Navaratri special - विजयादशमी कब है...


     दशमी तिथि जिसमें कलश विसर्जन और मुर्ति विसर्जन किया जाता है।‌यह 24 अक्टूबर 2023 को हैं। दशमी 23 अक्टूबर को शाम 5.44 से शुरू हो 24 अक्टूबर 3.14 तक रहेगा। उदय तिथि और आधा से ज्यादा दिन दशमी रहने के कारण दशहरा, रावण दहन 24 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा।

      विजयादशमी को नीलकंठ दर्शन शुभ माना जाता है इसलिए इसदिन हो सके तो नीलकंठ दर्शन अवश्य करना चाहिए।




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