मुलेठी के फायदे और नुक्सान जानें

    मुलेठी  का नाम आप ज्यादातर छोटे बच्चों के दांत उगते समय सुने होंगे। हमारे घर के बड़े बुजुर्ग कहते हैं जब बच्चे कुछ हाथ में पकड़ने लायक हो जाए तो हाथ में मुलेठी दे दो। इससे उनकी दांत आने की तकलीफ़ भी कम हो जाती है। मुलेठी बहुत फायदा पहुंचाने वाला जड़ी बूटी है। यह सर्दी-जुकाम, गले की खराश सहित और भी कई बिमारियों में फायदेमंद है। हम इस पोस्ट में मुलेठी के फायदे नुक्सान ही बताने जा रहे हैं।


        मुलेठी क्या है और मुलेठी का पौधा कैसा होता है....


      मुलेठी एक झाड़ीदार जड़ी बूटी है। यह अंदर के हल्का पीला, रेशा वाला और हल्का सा इसमें सुंगध भी रहता है।  इसके पौधे को सुखाकर तब इसका जड़, तना और‌ छाल उपयोग किया जाता है।‌ स्वाद में मीठा लगता है।‌ मुलेठी का पौधा 120 सेंमी तक होता है। पहले इसमें जामुनी रंग का फूल आता है फिर धीरे धीरे इसका रंग सफेद ‌नीला हो जाता है। इसके फल‌ बीजों से भरे होते।‌ यह पंजाब और हिमालय क्षेत्र में पाया जाता है लेकिन ग्रीक चीन, और मिस्र में ज्यादा होता है।

       मुलेठी को अंग्रेजी में लिकोरिस रूट कहा जाता है। कहीं कहीं इसे मधुक, मुलेठी, जेठीमधु, मुलहठी, अतिमधुरम भी। कहा जाता है। इसका आयुर्वेदिक उपचार भारत ही नहीं पुरे विश्व में उपयोग किया जाता है।

       मुलेठी में पाए जाने वाले तत्व....


     मुलेठी गुणों की खान है।‌ मुलेठी में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन बी, विटामिन ई, आयरन, फास्फोरस, कोलिन, सेलेनियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, जिंक, सिलिकॉन, फाइटोन्यूट्रिएंट्स, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक, गुण पाए जाते हैं।

        मुलेठी का तासीर....


    मुलेठी का तासीर ठंडा होता है। इसलिए इसे ठंडे के मौसम में इस्तेमाल करने से पहले डाॅ से अवश्य परामर्श लें। गर्म के मौसम में इस्तेमाल कर सकते हैं।

    

      मुलेठी के फायदे और नुक्सान....


      * मुलेठी को तिल के साथ मिलाकर भैंस के दूध में पीसकर लेप बाल में लगाएं, बाल का झड़ना कम हो जाएगा।

      * सर्दियों के मौसम में अर्थराइटिस की‌ समस्या बढ़ जाती है ऐसे में आप मुलेठी की चाय का सेवन करें। मुलेठी दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है।जोड़ों के दर्द के कारण और निवारण

      * सर्दियों में कफ और सर्दी की‌ समस्या बढ़ जाती है तो कफ से छुटकारा पाने के लिए के लिए मुलेठी को चुसें, लाभ मिलता है।

      * मुलेठी घाव, फोड़े-फुंसी में भी लाभदायक है। फोड़े पर मुलेठी का लेप लगाएं और घाव‌ हो तो मुझे को तिल के साथ घी में पीसकर लेप लगाएं।

      * छोटे बच्चे को कभी कभी पेट में दर्द या कफ से परेशान रोते हैं तो उनको मां के दूध या पानी में मुलेठी का जड़ घिस कर बच्चे को चटाएं फायदा होगा।

      * चेहरे पर पिंपल हो तो मुलेठी पीस कर लेप लगाएं। इसे चबाना भी चाहिए यह खून साफ करने में मदद करती है इससे त्वचा सुंदर बनी रहती। चेहरे पर पिंपल हटाने के उपाय

     * मुलेठी वजन कम करने में भी मदद करती है। मुलेठी का चाय बहुत सारी समस्या को खत्म कर सकती है। मासिक धर्म में दर्द से भी छुटकारा मिलता। वजन कम करने के उपाय

    * मुलेठी को शहद‌ के साथ ले सकते, रात भर पानी में भिगो कर रखें सुबह उस पानी को गर्म कर पी लें सकते.. 

     * मुलेठी और शहद शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करती है। यह कई तरह के बिमारियों और संक्रमण को भी दूर रखती है।

     * मुलेठी का ज्यादा सेवन हानिकारक भी हो सकता, यह हाई बीपी, डायबिटीज आदि‌ में नुकसान पहुंचा सकता है।

     * गर्भावस्था में इसके सेवन से बचना चाहिए, ना तब किसी डॉक्टर से सलाह लेकर तब सेवन करें।

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