आइए कुछ मनोरंजन के लिए मजेदार जोक्स पढ़कर सारी टेंशन छू करते हैं।
" आज मेरे पड़ोसन के घर लाइट नहीं थी,
मैंने कहा लाइन दुं क्या, भड़क गई मोटी
😁😁😁😁😁"
** अखबार में एड आया
मर्सिडज🚘 कार बिकाऊ है मात्र 100💰 रूपए में...
कोई इस पर विश्वास ही नहीं कर रहा था
पर
एक साहब पेपर📃 में ये एड देखकर चल पड़े
लिखे पते पर पहुंच के उन्होंने घंटी🔔 बजाई,
एक अधेड़ महिला ने दरवाजा खोला
साहब बोले - आप एक मर्सिडीज🚘 बेच रही है क्या ?
महिला बोली- जी हां,
साहब - मैं गाड़ी देख सकता हूं।
शौक से, आइए - ये कह कर महिला ने गैरेज🏚️ खुलवाया।
साहब ने बड़े ध्यान से गाड़ी🚘 को देखा तो
उनकी आंखें खुली की खुली रह गई
बोले - ये तो नई है ?
जवाब मिला - एकदम तो नई नहीं है ,
18000🚥🛣️ किलोमीटर चल चुकी है ।
साहब बोले - लेकिन पेपर में तो इसकी कीमत मात्र💰 100 रुपये
लिखी है ? 🤔
जवाब मिला - सही छपा है , 100💰 की ही है ।
आप 100 रुपये दीजिये और ले जाइए ।
साहब ने कांपते हाथों से 100💰 रुपए निकाल के दिये..
महिला ने रुपये लेकर फौरन रसीद 📃बनाई ,
साहब को गाड़ी के कागज📃 एवं चाभी🔑 दे दिए ।
साहब बोले - बहिन जी , अब तो बता दीजिये
कि मामला क्या है , मैं तो सस्पेंस🤔🤔 से मरा जा रहा हूँ ।
महिला बोली - कोई सस्पेंस नहीं है , मैं तो अपने स्वर्गीय पति की इच्छा पूरी कर रही हूँ ।
वो अपनी वसीयत में लिख गये थे कि उनके मरने के बाद ये *गाड़ी बेच दी जाये* और
मिली हुई सारी रकम
.
.
.
.
.
.
उनकी सेक्रेटरी को दे दि जाए...
......
....
......
....
बीबियों की जलन
जिंदगी के साथ भी
और
जिंदगी के बाद भी
😀😀😀😀😀
" आज मेरे पड़ोसन के घर लाइट नहीं थी,
मैंने कहा लाइन दुं क्या, भड़क गई मोटी
😁😁😁😁😁"
** अखबार में एड आया
मर्सिडज🚘 कार बिकाऊ है मात्र 100💰 रूपए में...
कोई इस पर विश्वास ही नहीं कर रहा था
पर
एक साहब पेपर📃 में ये एड देखकर चल पड़े
लिखे पते पर पहुंच के उन्होंने घंटी🔔 बजाई,
एक अधेड़ महिला ने दरवाजा खोला
साहब बोले - आप एक मर्सिडीज🚘 बेच रही है क्या ?
महिला बोली- जी हां,
साहब - मैं गाड़ी देख सकता हूं।
शौक से, आइए - ये कह कर महिला ने गैरेज🏚️ खुलवाया।
साहब ने बड़े ध्यान से गाड़ी🚘 को देखा तो
उनकी आंखें खुली की खुली रह गई
बोले - ये तो नई है ?
जवाब मिला - एकदम तो नई नहीं है ,
18000🚥🛣️ किलोमीटर चल चुकी है ।
साहब बोले - लेकिन पेपर में तो इसकी कीमत मात्र💰 100 रुपये
लिखी है ? 🤔
जवाब मिला - सही छपा है , 100💰 की ही है ।
आप 100 रुपये दीजिये और ले जाइए ।
साहब ने कांपते हाथों से 100💰 रुपए निकाल के दिये..
महिला ने रुपये लेकर फौरन रसीद 📃बनाई ,
साहब को गाड़ी के कागज📃 एवं चाभी🔑 दे दिए ।
साहब बोले - बहिन जी , अब तो बता दीजिये
कि मामला क्या है , मैं तो सस्पेंस🤔🤔 से मरा जा रहा हूँ ।
महिला बोली - कोई सस्पेंस नहीं है , मैं तो अपने स्वर्गीय पति की इच्छा पूरी कर रही हूँ ।
वो अपनी वसीयत में लिख गये थे कि उनके मरने के बाद ये *गाड़ी बेच दी जाये* और
मिली हुई सारी रकम
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उनकी सेक्रेटरी को दे दि जाए...
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बीबियों की जलन
जिंदगी के साथ भी
और
जिंदगी के बाद भी
😀😀😀😀😀
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