गर्मियों के समय में अक्सर हम लोग हरे रंग का एक गोल और मजबूत फल बिकते देखते हैं। जिसका शर्बत बनाकर पिया जाता है।या ऐसे जानें भगवान शिव पर चढ़ाए जाने वाले बेलपत्र का फल जिसे हम बेल कहते हैं। बेल के पेड़ का पत्ता, फल, लकड़ी सब अत्यंत ही लाभदायक होता है।यह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद है। आइए बेल के पत्ते, फल, लकड़ी के बारे में जानें..
बेल फल के फायदे
बेलपत्र के फायदे
* अगर किसी को बुखार है तो बेलपत्र का काढ़ा बनाकर पीने से फायदा होगा। मधुमक्खी, बिरहनी कुछ काट लिया तो बेलपत्र पीस कर लगाने के जलन तुरंत कम हो जाता है।
* शरीर गर्म हो जाय या मुंह में छाले आने लगे तो बेल की कोमल पत्तों को चबाएं राहत मिलेगी।
* बरसात मौसम शुरू होते ही घर में बिमारी दौर जाती ऐसे में बेलपत्र का रस और शहद मिलाकर खाएं। सर्दी, खांसी सब दूर रहेगा।
* गर्मियों में शरीर में फोड़े फूनसी हो जाते हैं और देह से दुर्गंध आने लगती बेलपत्र पीस कर पुरे शरीर लेप लगाने से सब खत्म हो जाता है।
* सफेद दाग हो जाने पर बेल पीस कर लगाने से रंग शरीर के रंग पर आ जाता है। स्कीन में ग्लो लाने के लिए बेलपत्र गर्म पानी में उबालकर शहद के साथ पीने से फायदा होता है।
बेल फल के फायदे
* नियमित रूप से बेल का शरबत पीने से गैस, अपच, कब्ज सब दूर रहता है । लू को कम करता है।
* बेल का रस नई मां को बहुत फायदा करता है, इससे उसके दूध बढ़ते हैं लेकिन ये ठंडा बहुत होता है इसलिए दोपहर में पीएं और कम मात्रा में पीएं।
* बेल के गुदे को निकालकर सुखाकर और उसको पीस कर चूर्ण बना लिया जाए। और जब डायरिया या लुज मोशन हो तो उस चूर्ण को गर्म पानी और चीनी के साथ लें फायदा होगा।
* गठिया में कच्चे बेल के गुदे को सरसों तेल में गरम कर उसे सूजन वाले जगह पर लगाएं दर्द और सूजन दोनों कम हो जाता है।
* बेल का उपयोग भूख बढ़ाने के लिए भी होता है। जहां बेल का पेड़ होता है वहां का वातावरण शुद्ध रहता है।
* बेल के गुदे को निकालकर सुखाकर और उसको पीस कर चूर्ण बना लिया जाए। और जब डायरिया या लुज मोशन हो तो उस चूर्ण को गर्म पानी और चीनी के साथ लें फायदा होगा।
* गठिया में कच्चे बेल के गुदे को सरसों तेल में गरम कर उसे सूजन वाले जगह पर लगाएं दर्द और सूजन दोनों कम हो जाता है।
* बेल का उपयोग भूख बढ़ाने के लिए भी होता है। जहां बेल का पेड़ होता है वहां का वातावरण शुद्ध रहता है।
बेल के नुक़सान
* बेल का शरबत मधुमेह और उच्च रक्तचाप ( हाई ब्लड प्रेशर) वाले को नहीं पीना चाहिए।
* बेल थायराइड के मरीजों के लिए भी हानिकारक होता है।
* बेल का शरबत एक ग्लास से ज्यादा नहीं लेना चाहिए,कोई भी चीज ज्यादा मात्रा में खराबी ही करती।
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