मशरूम को हमारे यहां वेजेटेरियन वालों का नाॅन भेज कहा जाता। जो कभी नाॅनभेज नहीं खाते उन्हें उदाहरण के तौर पर कहा जाता कि मटन/चिकेन जैसा स्वाद है। मशरूम को आप ना मांसाहार की श्रेणी में रख सकते हैं ना ही शाकाहार की श्रेणी में, यह फंगस है। इसमें मांस या जानवर का कोई अंश है नहीं तो ये शाकाहारी की श्रेणी में ही है, लेकिन आध्यात्मिक लोग इसे प्याज लहसून जैसे तामसिक भोजन मानता है। मशरूम को उगाने के लिए भूसा और पराली को एक पन्नी में बांध कर, उसमें मशरूम के बीज को अंधेरे कमरे में रखा जाता है फिर उस में छेद छेद कर छोड़ देता है तब उसमें मशरूम उगता है।
मेरे घर में तो सबको बहुत पसंद है सब चाव से खाते हैं। मशरूम को हमारे यहां कुकुरमुत्ता कहा जाता आपके यहां क्या कहते अवश्य बताएं। मशरूम स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत फायदेमंद है इसमें विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होता है। डाक्टर भी कहते मशरूम का सेवन अवश्य करना चाहिए। प्रोटीन का बहुत अच्छा श्रोत है मशरूम, विटामिन डी भी भरपूर मात्रा में होता है। इस पोस्ट में मशरूम के फायदे और नुकसान जानेंगे, आप मशरूम पसंद करते हैं या नहीं बताएं।
मशरूम के फायदे और नुकसान....
मशरूम का तासीर ठंडा होता है। मशरूम के 100 ग्राम में 2-4 ग्राम तक प्रोटीन होता है, सुखे मशरूम में 30 ग्राम तक प्रोटीन होता है। फाइबर की मात्रा अधिक होती है। विटामिन बी1, बी 2, बी3 , बी5, बी9 और बी12 पाया जाता है। विटामिन सी, विटामिन डी, आयरन, काॅपर, फाॅसफोरस, पोटेशियम, सेलेनियम पाए जाते हैं। मशरूम रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करती, हर्ट के लिए फायदेमंद है, कैंसर रोधी, डायबिटीज, स्कीन के लिए भी फायदेमंद है।
मशरूम डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए सही है, इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट और इंसुलिन जैसे पदार्थ सहायक होते हैं। कैलोरी भी कम होती है। बीटा-डी जैसे फाइबर जो खून के मीठास को कम करने के साथ कोलेस्ट्रॉल में सुधार करते हैं साथ ही साथ दिल के लिए भी फायदेमंद होता है।
मशरूम बाजार में किराना स्टोर में आसानी से मिल जाता है लेकिन ये देख कर लेना चाहिए कि वो ज्यादा पुराना नहीं हो, अगर काला काला हो और पुराना हो तो नहीं लेना चाहिए। सफेद और पैकेजिंग देख कर लें। दिन में 18 ग्राम तक ही मशरूम का सेवन करना चाहिए सप्ताह में एक दो कप बस ना तब नुकसान कर सकता है। मशरूम आप सूप के तौर पर, सब्जी, मंचुरियन आदि बना खा सकते हैं। कच्चा मशरूम बिल्कुल नहीं खाना चाहिए, मशरूम बहुत तरह के होते हैं जैसे बटन मशरूम, पोर्टोबेलो, ऑयेस्टर, शिटाके, एनोकी, मिल्की, क्रेम्नी आदि। वैसे मशरूम की दुनिया बहुत बड़ा है बहुत प्रकार हैं कुछ मशरूम जो सुखे घास पर उगते, कुछ पेड़ों के नीचे उगते हैं। कुछ जहरीले मशरूम भी होते हैं इसलिए हर जगह उगे मशरूम ना खा लें।
कभी कभी मशरूम खाने से गैस बन जाता है। मशरूम को बनाने से पहले गर्म पानी में धो लेना चाहिए, गर्म पानी में नमक मिलाएं तो और अच्छा है, फिर तेल में हल्का भून लें। कुछ लोगों को मशरूम से एलर्जी होता है जिसे मशरूम का लेने का बाद खुजली, लाल लाल चकत्ते जिसे रेसेज कहते हैं वो हो जाता है।
नोट- ये बस जानकारी है हम इसका पुरा पुष्टि नहीं करते... लोगों से पढ़ी सुनी जानकारी... बिना डाॅ से राय लिए ना अपनाएं , कोई डाक्टर इसको ना बोला है।
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