7 अगस्त शनिवार का दिन हमारे इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा। इस दिन हमारे देश को Olympic 2021 में पहला गोल्ड मिला, और वो गोल्ड लाने वाले हैं नीरज चोपड़ा.... भारत को भाला फेंक गेम में आजतक कोई मेडल नहीं मिला था। 121 सालों में एथलीट में भारत को पहली बार नीरज चोपड़ा ने पहला पदक गोल्ड जीत इतिहास रच दिया। उनके साथ 12 प्रतिस्पर्धी थे जिसमें तीनों राउंड में वो सबसे आगे रहे। उन्होंने 87.58 मीटर दूर भाला फेंक जीत लिया। Olympic में भारत को 13 साल बाद गोल्ड मिला है। इससे पहले अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक 2002 में शुट में जीता था।
Tokyo Olympic 2021- गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा की कहानी.....
नीरज चोपड़ा का जन्म हरियाणा के खांद्रा गांव में 24 दिसंबर 1997 को एक गरीब किसान परिवार में हुआ था। उनकी माता का नाम सरोज देवी और पिता का नाम सतीश कुमार है। नीरज दो बहन और तीन भाई में सबसे बड़े है।
घर में कुल 17 सदस्य थे और सबके दुलारे नीरज थे। घर के दूध दही मक्खन तो थी ही। नीरज चोपड़ा बचपन में बहुत मोटे थे जिस कारण उनके परिवार वाले उनको दौड़ धूप करने कहा करते थे। वजन ज्यादा होने के कारण ना तो वो तेज दौड़ पाते थे ना तेज चल पाते। 10-11 साल होने तक उनका वजन काफी बढ़ गया था 80 किलो के थे। तो नीरज के पापा और चाचा ने पानीपत के शिवाजी स्टेडियम भेज दिया।
वहां वो भी आम बच्चों की तरह क्रिकेट खेलते थे फिर एक दिन कुछ सीनियर को भाला फेंकते देखा तो नीरज भी सोचे इसमें क्या है मैं भी देखूं तो मजाक में ही पुरा ताकत लगा वो भाला फेंकें पहले ही बार में भाला 25 मीटर गया। बस उस दिन से वो उनके मन को भा गया और भाला फेंक से ही मोहब्बत कर बैठे। रोज 7-8 घंटे मेहनत करते थे। मेहनत रंग लाई उनकी और आज गोल्ड मेडल जीत लिए। नीरज के कोच जर्मनी के ही जैवलिन एथलीट उवे होन हैं।
नीरज चोपड़ा अभी सेना में एक अधिकारी है। नीरज चोपड़ा ने और भी कई जगह पदक जीते हैं। सबसे पहला गोल्ड मेडल उनको एथलेटिक्स चैंपियन्स 2012 में , 2015 में चीन में आयोजित एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप 9 वी पोजीशन पर थे, 2016 के साउथ एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने। एशियन जुनियर चैंपियनशिप में सिल्वर जीता।
2016 में अंडर 20 IAAF world championship में 86.48 में नया रिकॉर्ड बना गोल्ड मेडल जीते थे। साल 2017 में एशियाई चैंपियनशिप में 50.23 मीटर दूर भाला फेंक गेम जीत लिया था। 2018 एशियन गेम्स और काॅमनवेल्थ गेम में भी गोल्ड मेडल जीत लिया। 2018 में उनको अर्जून अवार्ड भी दिया गया। इसके अलावा भी कई मेडल और पुरस्कार जीत चुके हैं।
Olympic इतिहास में भारत को अभी तक गोल्ड मेडल दिलाने वाले......
साल 1900 से 2021 तक भारत को कुल 10 गोल्ड मेडल और 35 सिल्वर और ब्रांज मिला है। साल 1928 में पहला गोल्ड भारतीय हॉकी टीम, 1932 में दुसरा गोल्ड भारतीय हॉकी टीम, 1936 में तीसरा भारतीय हॉकी टीम, 1948 में चौथा भारतीय हॉकी टीम, 1952 में पांचवां भारतीय हॉकी टीम, 1956 में छठा भारतीय हॉकी टीम, 1964 में सातवां भारतीय हॉकी टीम, 1980 में आंठवा भारतीय हॉकी टीम, 2008 में नौवां अभिनव बिंद्रा, 2021 में 10वा गोल्ड नीरज चोपड़ा ने दिलाया।
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