1 नवंबर से कार्तिक मास शुरू हो गया है। यह मास साल के सबसे उत्तम मासों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि इस महीने में कुछ नियम अपना कर आप अपनी जिंदगी सुख समृद्धि से भरा बना सकते हैं। कार्तिक मास भगवान विष्णु को प्रसन्न करने का सबसे उत्तम मास है। इस महीने में किए गए कुछ उपाय आपको मोक्ष प्राप्त करने में मदद करता है।
कार्तिक मास में भगवान विष्णु 3 महीने की नींद से जागते हैं, पुरी धरती घुमते है और अपनी कृपा दृष्टि बरसाते हैं। इस महीने में माता लक्ष्मी भी अपने भक्तों पर प्रसन्न रहती है। यह धन और धर्म दोनों का महीना है। इस महीने में बहुत सारे पर्व भी होते हैं करवाचौथ, अहोई माता, रमा एकादशी, धनतेरस, दीपावली, छठ, देव उठनी एकादशी, बैकुंठ चतुर्दशी आदि सब पर्व हैं। इन सब पर भी आपको पोस्ट पढ़ने मिलेंगे। हमारे साथ बने रहिए।
कार्तिक मास के ये नियम लाएंगी आपके जीवन में सुख और समृद्धि.......
* कार्तिक मास में सूर्योदय से पहले स्नान कर तुलसी और आंवला में जल अवश्य चढ़ाएं। इस मास में तुलसी की पूजा करने से पूजा का फ़ल दोगुना हो जाता है।
* कार्तिक मास में विष्णु भगवान को प्रसन्न करने के लिए गुरुवार को सूर्योदय से पहले स्नान कर एक लोटा जल में हल्दी डालकर तब केला में जल चढ़ाएं।
* कार्तिक मास में रोज शाम को दीपदान करना चाहिए। शाम में तुलसी या आंवला या पास के किसी मंदिर में दीप जलाएं।
* कार्तिक मास में किए गए पूजा पाठ सीधे भगवान तक पहुंच जाती है इसलिए इस महीने को मोक्ष का द्वार भी कहा जाता है। इसलिए इस महीने में पूजा पाठ, दान का विशेष महत्व है।
* इस महीने में तुलसी और शालिग्राम के पूजन अवश्य करें। इससे विष्णु भगवान प्रसन्न होते हैं और आपके घर सुख समृद्धि आती है।
* कार्तिक मास में गंगा नदी में स्नान का विशेष महत्व है। इस महीने में बहुत से लोग गंगा तट पर पुरे महीने रह कल्पवास करते हैं। अभी कोरोना काल है तो घर में रोज स्नान कर गंगा जल छिड़क लें।
* कार्तिक मास पवित्र महीना है इसलिए हो सके तो इस महीने में मांस मछली ना ही खाएं। ठंड का आगमन चुकी हो चुका होता है इसलिए प्याज लहसुन ना छोड़।
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