करवा चौथ की शुभकामनाएं भेजें

        आज सभी सुहागन स्त्रियों का दिन है, आज वो पुरे तन मन से अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत रखेंगी। 13 अक्टूबर को करवा चौथ हो रहा है। इस सुहागन स्त्रियों निर्जला व्रत कर शाम में चंद्रमा की पूजा कर तब छलनी से पहले चांद को देख तब अपने पति को देखकर पानी पीती है। आइए करवाचौथ का शुभ मुहूर्त, 16 श्रृंगार क्यों करते हैं और शुभकामनाएं भेजें अपने पति पत्नी को, दोस्तों को आगे पोस्ट में यही सब है....


      करवाचौथ का शुभ मुहूर्त.....

       करवाचौथ कृष्ण पक्ष चतुर्थी में होता है। चतुर्थी रविवार सुबह 03.01 पर शुरू हो 25 अक्टूबर सोमवार को 5.43 सुबह तक रहेगा। चांद 8.11 पर निकलेगा और करवाचौथ पूजन के लिए शुभ मुहूर्त 06.55 से 8.51 तक है।


     करवाचौथ में 16 श्रृंगार क्यों करते हैं...


      करवा चौथ में स्त्रियों का सोलहों श्रृंगार जरुरी होता है। इसके पीछे कारण है कि यह बस खुबसूरती नहीं बढ़ाती बल्कि सोलहों श्रृंगार से सौभाग्य बढ़ता है। सुख समृद्धि बढ़ती है। ऐसे तो महिलाओं को रोज श्रृंगार कर के रहना चाहिए लेकिन स्पेशल दिन में इसका महत्व और बढ़ जाता है। सिंदुर लगाने से पति की उम्र लंबी होती है। मंगलसूत्र सुहागन की निशानी है। मांगटीका मांग के बीचों-बीच पहना जाता है क्योंकि माना जाता है कि इससे महिला अपने जीवन में सीधा और सच्चा रास्ते पर चलती है।


       बिंदी माथे के बीच भगवान शिव के त्रिनेत्र जैसे होते हैं जो हमारे साथ कुछ अनहोनी को आगाह कर देती है। काजल सुंदरता के साथ साथ बुरी नजर से बचाती है। गजरा धैर्य और ताजगी देता है। मेंहदी अपने रंग के जैसे पति-पत्नी के जीवन में भी खुशियों के रंग भरता है। झुमके की आवाज उसे अपने जीवन साथी और‌ परिवार के खिलाफ ना सुनने को‌ याद‌ दिलाते रहता है। नाथ सुहागन की‌ निशानी है। लाल‌ जोड़ा, चुड़ी से खन खन‌ बजते संगीत उसके जीवन में भी खुशियों की बहार लाती है।।


      करवाचौथ की शुभकामनाएं भेजें.....









   

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