अरंडी के फायदे और नुक्सान जानें

     अरंडी का खेती मेरे यहां बहुत होता है। अरंडी को कस्टर कहा जाता है, कस्टर ऑयल आप सब जानते ही होंगे। अरंडी को अंडी कहा जाता है मेरे यहां, वैसे इसे अरंड, एरंड लोकल भाषाओं में भी कहा जाता है। यह एकदम जहां सिंचाई का व्यवस्था नहीं है वहां लोग बहुत लगाते हैं। इससे उपज और कमाई दोनों अच्छी होती है। इसके पत्ते पांच कोणों वाली होती है। इसका फल कोरोनावायरस जैसे दिखता है। पहले फल हरा होता है कांटे भरा और सुखने पर लाल हो जाता है। जब बीज निकलते हैं तो लाल चितकबरा जैसा होता है। 

      अरंडी का पत्ता और फल, बीज और बीज से निकलने वाले तेल सभी बहुत फायदेमंद होता है हमारे लिए। इसके तेल का उपयोग हम खाने में नहीं करते हैं लेकिन इसका काॅस्मेटिक समान, मालिश के लिए, साबून, दवाई, पेंट, स्याही और भी बहुत तरह के सामान बनाए जाते हैं। हम इस पोस्ट में अरंडी के पत्ते, फल, बीज, तेल सभी के फायदे और नुक्सान बताने जा रहे हैं।

      अरंडी के फायदे और नुक्सान जानें....

   अरंडी का प्रयोग हमारे आयुर्वेद चिकित्सा में बहुत पुराने समय से किया जाता है। इसमें विटामिन ई, ओमेगा थ्री और नाइन, प्रोटीन, पाया जाता है और इसमें एंटी फंगल, एंटी एजिंग, एंटी वैक्टेरियल, एंटी आक्सीडेंट, एंटी इनफ्लामेटरी, एंटी माइक्रोबियल जैसे गुण पाए जाते हैं।

     * बाल को शैम्पू से अच्छी तरह धो लें। फिर अरंडी के तेल से मालिश करें, बाल काले घने और चमकदार बनेंगे। जिन बच्चों या बड़ों को सर या भौंह पर बाल ना आ रहा हो तो अरंडी तेल का मालिश करें।

    * दाद से परेशान हैं तो अरंडी का तेल और नारियल तेल मिलाकर लगाएं, राहत मिलती है।

     * चेहरे पर मुहांसे दूर करना हो तो चेहरा अच्छा से धो लें और अरंडी का तेल लगा रात भर छोड़ दें, मुंहासे कम हो जाएगा। इसके अलावा झुरियां भी खत्म होगी, चेहरा कोमल और हाइड्रेट रखता है।

     * स्कीन की किसी भी तरह की प्रोब्लम हो तो अरंडी का जड़ आधा लीटर पानी में उबालकर छान कर पी लें। फायदे होंगे

    * नींद नहीं आती है तो अरंडी तेल से हाथ पैर के तलवों की मसाज करें। नींद आ जाती है।

    * अगर कहीं चोट लगी है तो अरंडी के पत्ते को गर्म कर, चोट पर बांधे या फिर पत्ते पर थोड़ा हल्दी पाउडर मिलाकर बांधे, दर्द से राहत मिलती है।

     * अगर छोटा-छोटा तिल हो रहा है तो अरंडी के पत्ते के डंठल को चुना के साथ घिसें, तिल खत्म हो जाएगा।

    * अरंडी तेल में सुजन कम करने के गुण पाए जाते हैं। गठिया में भी फायदा पहुंचाता है। गठिया से पीड़ित हैं तो अरंडी तेल एक कपड़ा में लगा कर बांध‌ लें, फिर उसे सेंके राहत मिलेगी।

     * गठिया वाले को इसके बीज का चूर्ण पीसकर लेप लगाएं।

    * साइटिका वाले इसके बीज से निकलने वाले गुदे को दूध में उबालकर खीर जैसा बना खाएं, या हलवा बना खाएं। एक छोटी चम्मच ही लें ना तब पेट खराब हो सकता।

     * कब्ज परेशान कर रहा है तो एक चम्मच अरंडी का तेल पी लें तब वाथरुम जाएं, ज्यादा ना ले ना तब पेट खराब हो सकता है।

     * अरंडी तेल का तासीर गर्म होता है, ज्यादा सेवन से दस्त हो सकता है।

     * गर्भावस्था में और दूध पिलाने वाली माताओं को इसका सेवन बिना किसी डाॅक्टर के सलाह के नहीं लेना चाहिए। गर्भपात हो सकता है। बच्चे का‌ नुकसान भी...

    

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