खसखस राजस्थान के अजमेर और भरतपुर में बहुतायत मात्रा में उगती है। भारत के अन्य हिस्सों में भी होता है। यह घास जैसा झाड़ होता है जिसके जड़ का रस साबुन, तेल और इत्र बनाने में किया जाता है। इसमें लगने वाले बीज से केक, पेस्ट्री, दलिया, हलवा, ग्रेवी गाढ़ा हो तो उसके लिए मिलाया जाता है, शरबत, जूस आदि तरह की मिठाई में भी उपयोग किया जाता है। कहीं कहीं उल्लेख है कि अफीम के पौधे से भी मिलती है खसखस....
खसखस के फायदे जानें...
* खसखस में कैल्शियम, फैट, आयरन, फाइबर, फोलेट, पोटैशियम, प्रोटीन, मैै्नीशयम ,जैसे पोषक तत्व से भरपूर होता है।
* खसखस की तेल आसानी से बाजार में मिल जाता है, मांसपेशियों में खिंचाव हो या दर्द तो इस तेल का मालिश करें फायदा होगा।
* खसखस में जिंक की अधिकता के कारण यह हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत करता है।
* उल्टी बंद ना हो रही हो तो शरबत में एक दो बूंद पुदीना और खसखस का रस मिलाकर पीने से उल्टी खत्म हो जाएगा।
* खसखस का नियमित रूप से सेवन करने से पेट साफ रहता, गैस, अपच, कब्ज की समस्या नहीं होती है।
* एक शोध के मुताबिक खसखस में अफीम में पाए जाने वाले एल्काॅलाइड पाया जाता है जो नींद और दर्द में बहुत सेफायदेमंद होता है। इसका लत नहीं लगता है क्योंकि इसके पके हुए बीज में ये न के बराबर होता है।
* पेट की गर्मी से मुंह में छाले की समस्या हो जाती है। इसके लिए इसे पीस कर एक गिलास पानी में चीनी मिला कर पी जाएं, ये मुंह को ठंडक दे राहत देता है।
* यह हमारे कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखता है।
* अत्यधिक मात्रा में पसीना निकलने से परेशान हैं तो खसखस पीस कर उसका लेप लगाएं पुरे शरीर में फायदा होगा।
* यह स्कीन को भी नमी बनाए रखता है। एक्जिमा जैसी बिमारी जिसमें स्कीन में जलन और खुजली हो उसको खत्म करता है।
* खसखस में एंटीऑक्सीडेंट गुण के कारण यह हमारे त्वचा की झुर्रियां में भी फायदा पहुंचाता है।दूध में पीसकर फेसपैक लगाना चाहिए।
* अगर अस्थमा, सर्दी, जुखाम से परेशान हैं। गला साफ ना हो रहा है, सांस लेने में दिक्कत हो तो खसखस बहुत फायदेमंद होता है।
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