डिप्रेशन से बाहर निकलने के लिए करें ये उपाय

     कल मेरा ब्लाग https://aayushmank.blogspot.com/2020/06/Depression-ke-lakshan-aur-ghareloo-upchar.html?m=1 आपने पढ़ा। बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला तो आज फिर हम आपके लिए डिप्रेशन से बाहर निकलने के उपाय और डिप्रेशन से दूर कैैैसेे रहे उसका  
कुछ घरेलू और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ उपाय बताने जा रहे हैं। आप पढ़ें और कमेंट कर अवश्य बताएं कि आपको कैसा लगा मेरा पोस्ट.....

     अभी कुछ दिन पहले मेरे एक जानने दिल के बहुत करीब इंसान की मौत ने उनको झकझोर कर रख दिया। पुरे दिन दिमाग में बस उन्हीं का ख्याल रहता कभी कभी लगता कि अब सब खत्म हो गया कुछ बचा ही नहीं लेकिन तब उसके अपनों का साथ और कुछ दवा कुछ दुआ सभी मिल कर वो आज एकदम ठीक है और अपना काम अपना बिजनेस बहुत अच्छे से देख रहा है।


     पिछले पोस्ट में आपने डिप्रेशन के लक्षण पढ़ें होंगे अगर वैसा कुछ लक्षण दिखे तो तुरंत अपने मनोचिकित्सक के पास दिखाएं। कुछ लोग इसे पागलपन कहते आपको ये अच्छी तरह बताना चाहुंगी कि ये पागलपन नहीं होता है ये बस दिमाग की एक बिमारी है जैसे शरीर की कोई बिमारी होती है उसे आप दवा से ठीक करते हैं ‌इसे भी बस सही दवा और केयर की जरूरत होती है।

      डिप्रेशन से बाहर निकलने के उपाय.....

    * डिप्रेशल वाले रोगियों की पहले हर बात सुनें। उनकी हर
सीरियसली सुनें। उन्हें ऐसा ना लगे कि आप उन्हें ठग रहे। उनके मन का हर बात बाहर निकालने की कोशिश करें।

    * भरपूर रोने दें-- हम अक्सर लड़़कों को बचपन से सिखाते हैं कि रोना नहीं चाहिए। लेकिन शायद आपको पता होना चाहिए कि रोने से हर दर्द हल्का हो जाता है। लड़के खुल कर रो नहीं पाते सो उनका दर्द जमा रहता और वो डिप्रेशन में जा सकते। इसलिए कभी वैसा कुछ हो तो उनके गले लग जोड़ से रोने दें उनको...

    * अपने दोस्तों या परिवार के कोई सदस्य हो उनसे अपने मन की सारी बात कहें। अगर आपको लिखना पसंद है तो एक डायरी बना लें उसमें हर बात को लिखें। शाम में घुमें, अपने पसंदीदा खेल खेलें, साइकिलिंग करें, स्वीमिंग करें। डाॅ पास जब जाएं अपने भरोसे के आदमी को साथ ले जाएं।

    * दुनिया में हर चीज पैसा ही नहीं होती है, आपका परिवार आपको प्यार करता है आपके पैसे को नहीं। अगर नौकरी के कारण आपको टेंशन रहता तो नौकरी बदलने की सोच सकते हैं। या फिर कुछ दिनों के लिए कहीं घुमने निकल जाएं, अकेले कंफर्ट महसूस करते हैं तो अकेले ना तब दोस्त परिवार है ही। 

    * नकरात्मक लोगों और जो बात आपको बार बार एक ही चीज याद दिलाएं उन सब से दूर रहें। नींद भरपूर मात्रा में लें। जब मन जहां मन सो जाएं। 

     * दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए अपने खाने पीने का खास ध्यान रखें। खाना में पत्तेदार सब्जियां, फलियां, अनाज, दूध, नट्स, सेब, सुखे मेवे, नींबू, फल का जूस आदि सब का भरपूर इस्तेमाल खाना में करें।

      * ज्योतिष शास्त्र की माने तो चंद्रमा के कमजोर होने पर मानसिक तनाव होता है इसलिए किसी जानकार ज्योतिष से अपनी कुंडली दिखाएं।

     मन से ये भावना बिल्कुल निकाल दें कि हर गलती का जिम्मेदार आप है, सभी से गलती होती है हां हमसे भी गलती हुई बात खत्म। जीवन बर्बाद कर लेना कोई रास्ता नहीं होता है आपके मां बाप, पत्नी-पति बच्चे सब बस आपके लिए जीते हैं। दुनिया में ऐसा कोई मसला नहीं जो बात कर ठीक नहीं हो सकता है। अगर फिर भी आपका कोई सूनने वाला नहीं है सबको लिख कर मेल कर दे। 

     कुछ बच्चे पढ़ाई के कारण भी डिप्रेशन में जा सुसाइड जैसे काम कर लेते। उनके बच्चों और माता पिता दोनों को कहना चाहुंगी कि अगर वो नहीं पढ़ रहे, हर तरफ से दोनों हार गए तो छोड़ दें प्यार से समझाएं ना कि धमकी दे। उनको अपने लिए जीने कहे, उनका साथ दें।

     बिजनेस में घाटा होने पर भी कुछ लोग ‌डिप्रेशन में चले जाते हैं। उनके लिए थोड़ा सा एडवाइस है ‌शायद आपको ‌बुरा भी लगे। एक‌ कहावत‌ है ‌" तेते पांव पसारिए‌ जेते लंबी सोर(चादर). मैं अक्सर‌ देखती हूं कि बिजनेस मैन अपनी‌ इंकम का कई‌ गुण ज्यादा लोन या कर्ज ले लेते। अपने आप को हाई मेंटेन रखते कि समाज में लोग जाने कि वो बहुत बड़े आदमी हैं जबकि कमाई अभी उतना नहीं है। तो आपसे अनुरोध है कि जितना कमाई वो उसमें अपना मौज करें, कर्ज लेकर करना अगर कल को वैसा कुछ हो गया तो कोई उस समय हेल्प करने ना‌ आता।

     जो लोग कल तक आपकी पैसों पर कहकहे लगाते हैं आज जब कर्ज से आपको दबा देख और खुश होंगे। इसलिए हमेशा अपने बिजनेस में फायदे को देखकर ही कर्ज लें। खुद का पैसा हो जाए तो खुल के मौज करें....

  

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2 Comments

  1. महान ब्लॉग लेख। बहुत बेहतर नहीं लिखा जा सकता है!

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    1. जी आपने ‌सही कहा,

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