दमा और सांस होने का कारण, लक्षण और उपाय

     दमा रोग इधर कुछ सालों से बहुत फ़ैल गया है। यह बच्चों बुड्ढों सब में फ़ैल गया है। यह फेफड़ों के वायुमार्ग का एक बिमारी है जिसमें श्वशसन नली में सूजन आ जाता है और जिस कारण श्वसन मार्ग जाम हो जाता, सिकुड़ जाता है जिससे सांस लेने में दिक्कत होती है। सांस लेते समय घर्र घर्र, बलगम बनना, सीने में जकड़न, खांसी जैसी समस्या पैदा हो जाती है।



      दमा होने का मुख्य कारण और प्रकार.....

       दमा होने का मुख्य कारण वायू प्रदूषण, धूल, जानवर आदि से एलर्जी होना, शराब सिगरेट का धुआं, फेफड़ों में संंक्रमण, पुरानी खांसी, कुछ विशेष दवाई भी कारण होता है। फैक्ट्री से निकले वाले धुंए, बहुत एक्सरसाइज, टेंशन, कुछ दमा जेनेटिक भी होते, कुछ दमा कुछ खाना जिससे एलर्जी हो उस कारण भी होते हैं।

      दमा के प्रकार....

     * सिजनल दमा -   यह दमा किसी स्पेशल मौसम में असर करता है जैसे किसी फसल के परागन के समय या ठंड या बारिश में ज्यादा असर होता है।

     * एलर्जिक दमा - यह दमा किसी चीज के एलर्जी के कारण होता। जैसे धूल मिट्टी या मौसम मौसम बदलाव में सांस फूलने लगता है। सोया, मूंगफली, गेहूं, अंडा जैसे कुछ कुछ खाने पीने के सामान से कुछ कुछ लोगों को एलर्जी होती है।

     * नाॅन एलर्जिक दमा - यह दमा किसी तरह का मानसिक तनाव या बहुत खुश हो या बहुत गर्मी या ठंडी लगे तब होता है।

    * ऑक्युपैंशनल दमा - यह दमा किसी कारखाने में काम करने वाले लोगों को ज्यादा होता है। जब किसी कारखाने में लगातार काम करते करते दमा अटैक आने लगता है या फिर जहां का वातावरण हमारे शरीर को सुट ना करें।

      दमा के लक्षण...

   * सीने में जकड़न महसूस होना

    * सांस लेते समय या बोलते समय घरघराहट जैसी आवाज होना

    * सुखी खांसी या बलगम वाली तेज खांसी होना

    * ठंडा हवा‌ लगने पर खांसी तेज हो

    * सांस लेते समय तकलीफ होना

    * रात या सुबह में तकलीफ बढ़ जाना

    * एक्सरसाइज करते समय तबीयत और खराब होना, सांस जोड़ जोड़ से लेना थकान होना

     * गंभीर स्थिति में उल्टी हो

    दमा के उपाय...

      * आधा लीटर गर्म दूध में लहसुन के 5 कली को खूब उबाल लें फिर ठंडा कर पी लें। दमा अगर पहला स्टेज में है तो ठीक हो जाएगा।

     * सहजन का ‌पत्ता 5 मिनट तक उबालें फिर ठंडे होने पर छान लें फिर नींबू, काली मिर्च और नमक डालकर पीने से लाभ मिलता है।

     * एक गिलास पानी में एक चम्मच मेथी दाना मिलाकर खूब उबालें फिर ठंडा होने पर उसमें शहद और अदरक का रस मिलाकर सुबह-शाम पीएं। फायदे होंगे।

     * शहद और आंवला का चूर्ण मिलाकर रोजाना लें।

      * सरसों तेल में लहसुन पका मालिश करें या फिर गाय का घी और कपुर मिला मालिश करें फायदा होगा।

     अगर दमा से ज्यादा परेशान हैं तो डाॅ से सलाह लें। अगले पोस्ट में कुछ और जानकारी देंगे दमा के बारे में। आपको और कुछ जानना हो तो मेल में कमेंट करे।

     

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