रक्त प्रदर का कारण....
* गर्भपात बार बार होना
* हार्मोन का बदलाव
* पीरियड्स जब पहली बार शुरू हो उसके कुछ और जब खत्म हो रहा हो तब। मतलब शुरुआत के 14वें साल या खत्म के 45+
* युटेरस का अपनी जगह से अलग हो जाना
* युटेरस इंफेक्शन
* अत्यधिक मात्रा में संभोग करने से
* तनाव, शरीर में विटामिन की कमी आदि कारण भी हो सकते हैं
* थायराइड, डायबिटीज़, युटेरस कैंसर जैसी गंभीर बिमारी से
रक्त प्रदर के लक्षण.....
* योनि से असमय खून निकलते रहना
* पुरे शरीर में असहनीय दर्द
* पेट या पेडू में दर्द
* हाथ पैर में जलन
* चक्कर आना, बेहोश हो जाना
रक्त प्रदर के उपाय.....
* योनि की साफ सफाई का ध्यान रखें। पीरियड्स आने पर एंटीसेप्टिक गाॅज का उपयोग करें।
* आंवले के रस को पानी में मिलाकर साफ पानी से रूई के फाहे से योनि पर लगाएं।
* पत्थरचुल के पत्तों का रस एक चम्मच पीएं, फायदा होगा।
* छोटी छोटी हरी घास का रस और शहद मिलाकर पीएं, रक्त प्रदर में लाभ मिलेगा।
* गाजर का रस, बकरी का दूध और दही बराबर मात्रा में मिलाकर पीने से लाभ होगा।
* धनिया के बीज को पानी में रात भर भींगो दें, सुबह छानकर पी लें। फायदा होगा।
* नारियल पानी खुब मात्रा में पिएं।
* एक गिलास दूध में एक चम्मच मेथी दाना मिलाकर, मिश्री मिलाकर पीने से रक्त प्रदर ठीक हो जाता है।
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