रक्त प्रदर के कारण, लक्षण और उपाय

      रक्त प्रदर मतलब योनि से खून का निकलना। हर महिला को 14 वर्ष के ऊपर और 50 वर्ष के नीचे की महिलाओं को हर महीना पीरियड्स आते हैं। जो 25 दिन से 28 दिन का‌ चक्र होता है। हर‌ महीनों में एक‌ बार आता है ‌‌‌‌‌‌‌यह 5 दिन का यह होता है लेकिन जब‌ ये ज्यादा दिन तक योनि ‌‌‌से खून आता रहे तो ये रक्त प्रदर कहलाता है।



      रक्त प्रदर का कारण....

     * गर्भपात बार बार होना

     * हार्मोन का बदलाव

      * पीरियड्स जब पहली बार शुरू हो उसके कुछ ‌‌‌‌और जब खत्म हो रहा हो‌ तब। मतलब शुरुआत के 14वें साल‌ या खत्म के 45+ 

      * युटेरस का अपनी जगह से अलग‌ हो जाना

     * युटेरस इंफेक्शन

      * अत्यधिक मात्रा में संभोग करने से

     * तनाव, शरीर में विटामिन की कमी आदि कारण भी हो सकते हैं

       * थायराइड, डायबिटीज़, युटेरस कैंसर जैसी गंभीर बिमारी से

       रक्त प्रदर के लक्षण.....

     * योनि से असमय खून निकलते रहना

     * पुरे शरीर में असहनीय दर्द

     * पेट या पेडू में दर्द

      * हाथ पैर में जलन

      * चक्कर आना, बेहोश हो जाना

      रक्त प्रदर के उपाय.....

        * योनि की साफ सफाई का ध्यान रखें। पीरियड्स आने पर एंटीसेप्टिक गाॅज का उपयोग करें।

        * आंवले के रस को पानी में मिलाकर साफ पानी से रूई के फाहे से योनि पर लगाएं।

       * पत्थरचुल के पत्तों का रस एक चम्मच पीएं, फायदा होगा।

      * छोटी छोटी हरी घास का रस और शहद मिलाकर पीएं, रक्त प्रदर में लाभ मिलेगा।

      * गाजर का रस, बकरी का दूध और दही बराबर मात्रा में मिलाकर पीने से लाभ होगा।

      * धनिया के बीज को पानी में रात भर भींगो दें, सुबह छानकर पी लें। फायदा होगा।

     * नारियल पानी खुब मात्रा में पिएं।

     * एक गिलास दूध में एक चम्मच मेथी दाना मिलाकर, मिश्री मिलाकर पीने से रक्त प्रदर ठीक हो जाता है।

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