ठंड शुरू होते ही सबसे ज्यादा लोग छोटे बच्चों की सर्दी खांसी से डरते हैं। ये बच्चे बीमार भी बहुत पड़ते हैं। मैं खुद दो बच्चों की मां हूं, बड़ी जहां 10 साल की है छोटी 2 साल की। हमेशा डर लगा रहता कि ये बीमार ना पड़े, इनके लिए तरह तरह के उपाय करते रहते हैं।बच्चा ज्यादा बीमार रहेगा तो उसका शारीरिक और मानसिक विकास नहीं हो पाएगा। इसलिए बच्चों के लिए थोड़ी मेहनत करनी पड़ती है।
बच्चों को अंग्रेजी दवाई जहां तक हो सके, नहीं ही देना चाहिए, क्योंकि ये आगे नुकसान करते। हां जब घरेलू उपचार से ठीक नहीं हो रहा तब डॉ के पास जरुर जाते हैं। बड़े लोग तो सब सह लेते छोटे बच्चों के लिए परेशानी बन जाता है। ठंड हो या गर्मी बच्चे खेलने, दौड़ने के लिए परेशान करते ही हैं। आजकल तो वैसे मोबाइल के चक्कर में बच्चे घर से निकलते ही नहीं जो बिमारी का असली कारण होता। बच्चों को जितना हो सके खेलने जरुर कहें, शारीरिक खेल जिसमें शरीर अभ्यास करें।
इससे शरीर में गर्मी रहेगी। खाना उनका पचता है, मोटापा से दूर रहेंगे। ठंड में थोड़ा हवा लगने के बाद बच्चों को छींक आना, नाक बहना, खांसी, ये सब होते हैं। लेकिन अगर ये घरेलू उपाय करते हैं तो सब दूर रहेंगे।
* 0-2.5 के बच्चों को हमेशा डायपर पहना कर रखें। इससे उनके कपड़े गीले नहीं रहेंगे तो सर्दी भी होने का डर कम रहता है।
* बच्चों की मालिश जरुर करें। नवजात शिशु है तो दिन में 5-6 बार मालिश करें। और आग से भी सेंके। थोड़े बड़े बच्चे हो तो सुबह शाम सरसों तेल की मालिश करें।
* नवजात शिशु को अगर सर्दी हो जाए तो एक बुंद कच्चे हल्दी के रस में एक चम्मच मां का दूध या जो दूध बच्चा पीएं मिला कर दें ।
* बच्चे के सर पर सुखी हल्दी पाउडर रखें। सारा सर्दी सोख लेगा। रात में बच्चा आराम से सोएगा।
* बच्चा 2 साल से ऊपर हो तो ग्लास में एक चम्मच हल्दी का रस और दूध मिलाकर पिलाने से सर्दी में लाभकारी होता है।
* बच्चों का सर्दी के कारण गला आवाज कर रहा हो तो घी और कपूर की मालिश करें।
* बच्चों को खांसी हो रही हो तो तुलसी पत्ता का रस, उसमें शहद मिलाकर सुबह-शाम दें।
* सर्दी खांसी ज्यादा हो तो सरसों तेल में लहसुन की कलियां खुब गर्म कर लें। फिर हल्का गर्म होने पर बच्चों की छाती पर मालिश करें।
* बच्चा अगर 3 साल से ऊपर का है तो बच्चे को घी गरम कर उसमें काली मिर्च को पीस मिलाकर सुबह-शाम दें। सर्दी खांसी में फायदा होगा।
ये सब मैंने अपने बच्चे को पालने के क्रम में जाना। अब सभी बच्चे के शरीर का अलग-अलग प्रक्रिया होता है। अगर बच्चे को इनसब में से किसी चीज से एलर्जी हुआ तो । इसलिए ये उपाय करने से पहले किसी अच्छे डॉक्टर या वैद्य से परामर्श जरुर करें। नहीं तब डाॅ से बच्चों को दिखाए....
बच्चों को अंग्रेजी दवाई जहां तक हो सके, नहीं ही देना चाहिए, क्योंकि ये आगे नुकसान करते। हां जब घरेलू उपचार से ठीक नहीं हो रहा तब डॉ के पास जरुर जाते हैं। बड़े लोग तो सब सह लेते छोटे बच्चों के लिए परेशानी बन जाता है। ठंड हो या गर्मी बच्चे खेलने, दौड़ने के लिए परेशान करते ही हैं। आजकल तो वैसे मोबाइल के चक्कर में बच्चे घर से निकलते ही नहीं जो बिमारी का असली कारण होता। बच्चों को जितना हो सके खेलने जरुर कहें, शारीरिक खेल जिसमें शरीर अभ्यास करें।
इससे शरीर में गर्मी रहेगी। खाना उनका पचता है, मोटापा से दूर रहेंगे। ठंड में थोड़ा हवा लगने के बाद बच्चों को छींक आना, नाक बहना, खांसी, ये सब होते हैं। लेकिन अगर ये घरेलू उपाय करते हैं तो सब दूर रहेंगे।
छोटे बच्चों की सर्दी खांसी दूर करने के घरेलू उपाय.......
* सबसे पहले बच्चों को गर्म कपड़े पहनाए रखें। कपड़े जरा सा भी गीला नहीं रहे।* 0-2.5 के बच्चों को हमेशा डायपर पहना कर रखें। इससे उनके कपड़े गीले नहीं रहेंगे तो सर्दी भी होने का डर कम रहता है।
* बच्चों की मालिश जरुर करें। नवजात शिशु है तो दिन में 5-6 बार मालिश करें। और आग से भी सेंके। थोड़े बड़े बच्चे हो तो सुबह शाम सरसों तेल की मालिश करें।
* नवजात शिशु को अगर सर्दी हो जाए तो एक बुंद कच्चे हल्दी के रस में एक चम्मच मां का दूध या जो दूध बच्चा पीएं मिला कर दें ।
* बच्चे के सर पर सुखी हल्दी पाउडर रखें। सारा सर्दी सोख लेगा। रात में बच्चा आराम से सोएगा।
* बच्चा 2 साल से ऊपर हो तो ग्लास में एक चम्मच हल्दी का रस और दूध मिलाकर पिलाने से सर्दी में लाभकारी होता है।
* बच्चों का सर्दी के कारण गला आवाज कर रहा हो तो घी और कपूर की मालिश करें।
* बच्चों को खांसी हो रही हो तो तुलसी पत्ता का रस, उसमें शहद मिलाकर सुबह-शाम दें।
* सर्दी खांसी ज्यादा हो तो सरसों तेल में लहसुन की कलियां खुब गर्म कर लें। फिर हल्का गर्म होने पर बच्चों की छाती पर मालिश करें।
* बच्चा अगर 3 साल से ऊपर का है तो बच्चे को घी गरम कर उसमें काली मिर्च को पीस मिलाकर सुबह-शाम दें। सर्दी खांसी में फायदा होगा।
ये सब मैंने अपने बच्चे को पालने के क्रम में जाना। अब सभी बच्चे के शरीर का अलग-अलग प्रक्रिया होता है। अगर बच्चे को इनसब में से किसी चीज से एलर्जी हुआ तो । इसलिए ये उपाय करने से पहले किसी अच्छे डॉक्टर या वैद्य से परामर्श जरुर करें। नहीं तब डाॅ से बच्चों को दिखाए....
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