किसी किसी के गले के पास या गले के नीचे, आंखों के नीचे फोड़ा जैसा या गोल स्कीन निकला देखें होंगे। कोलेस्ट्रॉल खून में पाया जाने वाला फैट है। यह शरीर के लिए तो बहुत जरूरी है लेकिनजब इसकी मात्रा बढ़ जाती है तो खून का थक्का जमा देती, जिस कारण हार्ट अटैक भी हो सकता है। हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा 200 एमजी/डीएल से कम ही रहना चाहिए। ना तब यह बहुत हानिकारक है। आज इस पोस्ट में हम आपको कोलेस्ट्रॉल के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे...
कोलेस्ट्रॉल लीवर से निर्मित होता है। यह शरीर के कोशिका झिल्ली, विटामिन डी, पाचन के लिए जरूरी है।यह पानी में नहीं घुलता है। यह शरीर में खुद नहीं पहुंच सकता है। इसके सिर्फ बढ़ जाने से नुकसान है, ना तब यह शरीर के लिए लाभदायक है। कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है। एक
लो डेंसिटी लिपोप्रोंटिस(एलडीएल) या बैड कोलेस्ट्रॉल जो खून की नलियों में जमा हो जाता है। इससे गंभीर बिमारी हो सकती है।
दूसरा है हाई डेंसिटी लिपोप्रोटिंस(एचडीएल) जिसे अच्छा कोलेस्ट्रॉल भी कहा जाता है। यह बैड कोलेस्ट्रॉल को लीवर के पास ले जाने में मदद करता जिससे यह शरीर से बाहर निकल जाए। खून में मौजूद कोलेस्ट्रॉल को लिवर नियंत्रित रखता है। जब हम खाना खाते हैं तो छोटी आंत कोलेस्ट्रॉल को समेट कर लिवर में जमा कर देता है, जब जहां इसकी जरूरत होती है लिवर उतना निकाल देता है। वहीं जब कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है तब खून की नलियों में जमा होने लगता है, जिससे खून की नलि छोटी हो जाती है।
जब हम कोलेस्ट्रॉल पाए जाने वाले भोजन का सेवन ज्यादा कर लेते हैं तो शरीर में एलडीएल मतलब बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है। शरीर में अगर एलडीएल कोलेस्ट्रॉल बहुत है और एचडीएल कोलेस्ट्रोल कम है तो यह खून को खक्का बनाने लगता है। जिससे यह हार्ट अटैक जैसी बिमारी का कारण बन सकता है।
कोलेस्ट्रॉल लीवर से निर्मित होता है। यह शरीर के कोशिका झिल्ली, विटामिन डी, पाचन के लिए जरूरी है।यह पानी में नहीं घुलता है। यह शरीर में खुद नहीं पहुंच सकता है। इसके सिर्फ बढ़ जाने से नुकसान है, ना तब यह शरीर के लिए लाभदायक है। कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है। एक
लो डेंसिटी लिपोप्रोंटिस(एलडीएल) या बैड कोलेस्ट्रॉल जो खून की नलियों में जमा हो जाता है। इससे गंभीर बिमारी हो सकती है।
दूसरा है हाई डेंसिटी लिपोप्रोटिंस(एचडीएल) जिसे अच्छा कोलेस्ट्रॉल भी कहा जाता है। यह बैड कोलेस्ट्रॉल को लीवर के पास ले जाने में मदद करता जिससे यह शरीर से बाहर निकल जाए। खून में मौजूद कोलेस्ट्रॉल को लिवर नियंत्रित रखता है। जब हम खाना खाते हैं तो छोटी आंत कोलेस्ट्रॉल को समेट कर लिवर में जमा कर देता है, जब जहां इसकी जरूरत होती है लिवर उतना निकाल देता है। वहीं जब कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है तब खून की नलियों में जमा होने लगता है, जिससे खून की नलि छोटी हो जाती है।
जब हम कोलेस्ट्रॉल पाए जाने वाले भोजन का सेवन ज्यादा कर लेते हैं तो शरीर में एलडीएल मतलब बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है। शरीर में अगर एलडीएल कोलेस्ट्रॉल बहुत है और एचडीएल कोलेस्ट्रोल कम है तो यह खून को खक्का बनाने लगता है। जिससे यह हार्ट अटैक जैसी बिमारी का कारण बन सकता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण....
* सांस फूलना- थोड़ा चलने पर या लगातार बात करने पर या हल्का सा भी वजन उठाने पर सांस फूलने लगे तो हाई कोलेस्ट्रॉल की जांच अवश्य करवा लें। पुरा दिन बिना कुछ किए भी थकान लगे तो कोलेस्ट्रॉल हो सकता है।
* बाॅइल निकलना- शरीर में जब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है तब आंख या गले के आस पास छोटी छोटी बाॅइल या फोड़ा जैसे निकल जाते। गांव देहात में इसे ऐला कहते हैं।
* ब्लड प्रेशर का बढ़ना- ब्लड प्रेशर अचानक ठीक रहना एकाएक बढ़ जाना। ऐसा जब तब हो जाना बिना कोई टेंशन या परेशानी के ।
* पसीना बहुत आना - गर्मी के दिनों में तो पसीना वैसे भी आता है लेकिन जब यह जरूरत से ज्यादा पसीना आए तो कोलेस्ट्रॉल के लक्षण हो सकते हैं।
* पैरों या जोड़ों में दर्द - जब पैरों में बिना कोई कारण दर्द रहे। पुरा दिन पैर या जोड़ों में दर्द रहे। पेन किलर लेने के बाद भी आराम ना हो रहा हो या फिर थोड़ी देर दर्द आराम रहे फिर तेज हो जाएं। गर्दन के पीछे भी दर्द रहे तो
* दिल के धड़कन तेज हो तो कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का निशानी है, जब खून दिल तक पहुंचने में दिक्कत होती है तो धड़कन तेज हो जाता है।
* खाना खाने के बाद या ऐसे भी बेचैनी महसूस होना। जैसे छाती पर कुछ भाड़ी रखा हुआ हो। या सीने में तेज दर्द कभी-कभी हो। तो कोलेस्ट्रॉल जांच अवश्य करवा लें।
* सिर में दर्द रहना- वैसे तो आजकल बिजी लाइफ के नींद की कमी, आंखों के कारण या टेंशन से सिर में तेज दर्द रहता ही है लेकिन कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की निशानी भी है सिर दर्द।
* वजन बढ़ना- शरीर का वजन लगातार बढ़ता जाए तो कोलेस्ट्रॉल का खतरा हो सकता है।
कोलेस्ट्रॉल का इलाज और बचने के उपाय अगले पोस्ट में बताएंगे। आपको कैसा लगा मेरा ये पोस्ट कमेंट कर अवश्य बताएं।
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