अक्सर महिलाओं के युटेरस में एक गांठ बन जाती है। किसी किसी को इसके लक्षण पहले पता चल जाता है। किसी किसी को शुरुआत में पता भी नहीं चलता। इस गांठ के कारण बांझपन भी हो सकता है। यह पीरियड के अंतिम पड़ाव मेनोपॉज के दौरान 30-40 उम्र की महिलाओं में ज्यादा होता है। यह मटर के दाने से लेकर क्रिकेट के गेंद इतना बड़ा हो सकता है। आइए युटेरस में गांठ होने के कारण, लक्षण और निवारण जानते हैं..
कारण - गांठ बनने के बहुत कारण है- महिलाओं की शादी ज्यादा उम्र में होती है। उनको युटेरस गाांठ बनने की सम्भावना ज्यादा रहती।अंडा बनते समय शरीर में दो तरह के हार्मोन होते हैं इस्टर्ओन और प्रोजेस्टेरोन। ये युटेरस के ऊपर एक परत बनाते हैं। जिसके कारण पीरियड आते हैं ये हार्मोन ही
गांठ के कारण बनते हैं।
* मोटापा - कभी कभी शरीर जब शारीरिक गतिविधि कम कर देता। खान पान भी अच्छा नहीं करते। शराब या सिगरेट पीने से। मांसाहार खाना भी कभी कभी कारण हो सकता गांठ का
* अनुवांशिक
* गर्भनिरोधक दवा लेने से
* मेनोपॉज के समय भी
लक्षण- नाभी के नीचे दर्द हो और कभी कभी ये दर्द बर्दाश्त कै बाहर हो तो युुुटेेरस में गांंठ ं हो सकते हैं।
* कभी कभी पीठ के निचले हिस्से में दर्द होता है जो थकान या गैस से कुछ अलग महसूस हो तो
* पीरियड के दौरान असहनीय दर्द होतो ये युटेरस के गांठ के लक्षण हो सकते हैं।एक बार डाक्टर से सलाह लें।
* किसी महिला के खानदान में किसी को है तो भी हो सकता है। ये अनुवांशिक बीमारी है।
* संबंधन बनाते समय दर्द या योनि से खून आए
* योनि से तेज दुर्गंध पानी निकले तो
* बार बार पेशाब आना। यह पेशाब इंफेक्शन भी हो सकता है। डाॅक्टर से चेकअप जरूर कराएं।
* बहुत समय से कब्ज हो तो गांठ की समस्या हो सकती है।
* पीरियड लंबा समय तक चले। रक्त स्राव बहुत दिनों तक होता रहे तो गांठ के लक्षण हैं।
* शरीर में खून की कमी होना भी एक लक्षण है।
निवारण-
युटेरस में गांठ कोई बड़ी समस्या नहीं है। इसका आपरेशन अब आसान हो गया है। लेप्रोस्कोपिक सर्जरी से आसानी से निकाला जा सकता है। यह गांठ कैंसर नहीं है। बहुत लोग डर जाते हैं कि ये कैंसर हो जाता लेकिन 0.02% ही इसमें कैंसर होने की संभावना होती है। इस बीमारी में डाॅक्टर से ही सलाह लें।
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कारण - गांठ बनने के बहुत कारण है- महिलाओं की शादी ज्यादा उम्र में होती है। उनको युटेरस गाांठ बनने की सम्भावना ज्यादा रहती।अंडा बनते समय शरीर में दो तरह के हार्मोन होते हैं इस्टर्ओन और प्रोजेस्टेरोन। ये युटेरस के ऊपर एक परत बनाते हैं। जिसके कारण पीरियड आते हैं ये हार्मोन ही
गांठ के कारण बनते हैं।
* मोटापा - कभी कभी शरीर जब शारीरिक गतिविधि कम कर देता। खान पान भी अच्छा नहीं करते। शराब या सिगरेट पीने से। मांसाहार खाना भी कभी कभी कारण हो सकता गांठ का
* अनुवांशिक
* गर्भनिरोधक दवा लेने से
* मेनोपॉज के समय भी
लक्षण- नाभी के नीचे दर्द हो और कभी कभी ये दर्द बर्दाश्त कै बाहर हो तो युुुटेेरस में गांंठ ं हो सकते हैं।
* कभी कभी पीठ के निचले हिस्से में दर्द होता है जो थकान या गैस से कुछ अलग महसूस हो तो
* पीरियड के दौरान असहनीय दर्द होतो ये युटेरस के गांठ के लक्षण हो सकते हैं।एक बार डाक्टर से सलाह लें।
* किसी महिला के खानदान में किसी को है तो भी हो सकता है। ये अनुवांशिक बीमारी है।
* संबंधन बनाते समय दर्द या योनि से खून आए
* योनि से तेज दुर्गंध पानी निकले तो
* बार बार पेशाब आना। यह पेशाब इंफेक्शन भी हो सकता है। डाॅक्टर से चेकअप जरूर कराएं।
* बहुत समय से कब्ज हो तो गांठ की समस्या हो सकती है।
* पीरियड लंबा समय तक चले। रक्त स्राव बहुत दिनों तक होता रहे तो गांठ के लक्षण हैं।
* शरीर में खून की कमी होना भी एक लक्षण है।
निवारण-
युटेरस में गांठ कोई बड़ी समस्या नहीं है। इसका आपरेशन अब आसान हो गया है। लेप्रोस्कोपिक सर्जरी से आसानी से निकाला जा सकता है। यह गांठ कैंसर नहीं है। बहुत लोग डर जाते हैं कि ये कैंसर हो जाता लेकिन 0.02% ही इसमें कैंसर होने की संभावना होती है। इस बीमारी में डाॅक्टर से ही सलाह लें।
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