L.L.B की पढ़ई
Professor- अगर तुम्हें किसी को आम देना हो तो क्या बोलोगे......?
Student- " ये आम लो......"
Professor- नहीं.... एक वकील के जैसे बोलो...
Student - मैं हरेराम पुत्र सीताराम, गांव बलरामपुर, बिहार
एतद् द्वारा
अपनी रूचि व होशो हवास में और बिना किसी के डर या दवाब में आए,
इस फल, जो कि आम कहलाता है
और जिसपर मैं पूरा मालिकाना हक रखता हूं
को उसके छिलके, रस, गुदे और बीज सहित आपको देता हूं, और इसके साथ ही आपको इस बात की सम्पूर्ण व बिना शर्त अधिकार भी देता हूं कि....
आप इसे काटने, छीलने, फ्रीज में रखने या खाने के लिए पुरी तरह स्वतंत्र हैं........।
आप यह भी अधिकार रखेंगे कि
आप किसी भी अन्य व्यक्ति को यह फल
इसके छिलके, रस, गुदे और बीज के बिना या उसके साथ दे सकते हैं
मैं यह घोषणा करता हूं कि
आज से पहले इस आम से संबंधित किसी प्रकार के वाद, विवाद, झगड़े की समस्त जिम्मेदारी मेरी है।
और आज के बाद मेरा किसी भी प्रकार से इस आम से कोई संबंध नहीं रह जाएगा...
Professor- कोमा में हैं फिलहाल
😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
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