मुझे मीठा बहुत पसंद है तो सोची क्यों ना आपके साथ भी कुछ मिठाई शेयर करें। हमारे यहां देखा जाए तो बहुत तरह की मिठाई मिलती है लेकिन सबके कुछ अलग अलग बात होती है। हम लोग हर छोटी बड़ी खुशियों में मिठाई एक दूसरे की खाते और खिलाते हैं। हर पर्व में मिठाई बनाना या दोस्तों रिश्तेदारों में बांटना पुराना चलन है। आइए कुछ खास मिठाई जानें...
यह गुलाब जामुन ओह रसों से भरपूर, यह खोवा से बनाया जाता है। यह थोड़ा गर्म खाने पर मजा आता है।
यह सफेद रसगुल्ले जिसे स्पंज भी कहते,जो मुंह में जाते के साथ घुल जाए ऐसे कि कुछ खाया ही नहीं...
यह परवल की मिठाई जो परवल और उसमें खोवा भर कर बनता है। ऊपर से चांदी का वर्क देख के मुंह में पानी आ जाए।
काजू कतली यह काजू पेस्ट और खोवा से बनता है।
बूंदी के लड्डू यह बेसन को छान उसमें चाशनी मिला बनाया जाता है।
कलाकंद जो शुद्ध छेना से बनता है।
पेडा दूध को गाढ़ा कर इलाइची पाउडर डाल बनता है।
सोनपापड़ी मैदा से बनती है।
जलेबी तो रस में डूबी रसभरी मैदा से बनती है।
यह गुलाब जामुन ओह रसों से भरपूर, यह खोवा से बनाया जाता है। यह थोड़ा गर्म खाने पर मजा आता है।
यह सफेद रसगुल्ले जिसे स्पंज भी कहते,जो मुंह में जाते के साथ घुल जाए ऐसे कि कुछ खाया ही नहीं...
यह परवल की मिठाई जो परवल और उसमें खोवा भर कर बनता है। ऊपर से चांदी का वर्क देख के मुंह में पानी आ जाए।
काजू कतली यह काजू पेस्ट और खोवा से बनता है।
बूंदी के लड्डू यह बेसन को छान उसमें चाशनी मिला बनाया जाता है।
कलाकंद जो शुद्ध छेना से बनता है।
पेडा दूध को गाढ़ा कर इलाइची पाउडर डाल बनता है।
सोनपापड़ी मैदा से बनती है।
जलेबी तो रस में डूबी रसभरी मैदा से बनती है।
बालूशाही मैदा से ही बनती है।
आज के लिए इतना ही एक दिन में ज्यादा मीठा आपको बिमार कर सकती हैं...😀😀😁😁
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