आज कल बहुत से लोगों को नींद नहीं आने की बिमारी हो गई है। हर कोई नींद से परेशान हैं। नींद नहीं आने के बहुत कारण होते हैं और नींद पूरी नहीं होने पर बिमारी भी बहुत होती है। आज कल बच्चों के नींद पुरी नहीं होने का मुख्य कारण स्कूल भी है। सुबह - सुबह स्कूल फिर वहां से आओ तो होमवर्क, फिर टीचर आते, फिर ये क्लास,वो क्लास प्रर्याप्त मात्रा में नींद भी नहीं ले पाते जिस कारण वो चिड़चिड़े हो जाते..
बड़े लोगों के साथ तो और भी दिक्कत होती है। काम का बोझ, मानसिक तनाव और भी बहुत कारण होते हैं नींद नहीं आने के..
बड़े लोगों के साथ तो और भी दिक्कत होती है। काम का बोझ, मानसिक तनाव और भी बहुत कारण होते हैं नींद नहीं आने के..
नींद पुरी नहीं होने पर हमारे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है....
जब हमारी नींद पुरी नहीं होती तो बहुत सी बिमारी अपना घर बना लेती है। हम बिमारी से घिरने लगते हैं। जैसे
* ओस्टियोपोरोसिस- नींद पुरी नहीं होने से हमारी हड्डियों के मिनरल्स का संतुलन बिगड़ जाता है। जिससे जोड़ो में दर्द होने लगता है।
* वजन बढ़ना- नींद पुरी नहीं होने से हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं, जिससे आदमी को कुछ हाई केलोरी फुड खाने का मन करता है। जिससे वजन बढ़ता है।
* हार्ट अटैक- अगर लगातार अच्छे से ना सो रहे हैं तो जल्दी ही हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, हार्ट फ्लयोर की संभावना बढ़ जाती है।
* यादाश्त कमजोर होना- जब हमारी नींद पूरी नहीं होती है तो ये हमारी लोंग टर्म यादाश्त पर भी असर डालती है।
* सेक्स लाइफ - हर पुरुष महिला को टेस्टोस्टेरोन की वजह से सेक्स करने की इच्छा को बढ़ाता है। सोने से इसका लेवल बढा रहता है लेकिन नींद पुरी नहीं होने पर यह इच्छा कम होने लगता है।
इसलिए कम से कम 6 घंटे जरूर सोयें।
आइए नींद के बारे में कुछ अनोखी बात जानें
* आदमी बिना खाये एक महीने तक जीवित रह सकता है लेकिन बिना नींद के 11 दिन से ज्यादा नहीं जी सकता।
* आदमी अपने जीवनकाल में 25 साल सोता है मतलब एक तिहाई हिस्सा।
* रात के दो बजे और दिन के दो बजे आदमी सबसे ज्यादा थकान महसूस करता है।
* शुरू के दो घंटे की नींद सबसे गहरी होती है, उस समय नींद भी नहीं आती।
* खाना खाने के बाद सबसे ज्यादा नींद आती है क्योंकि इस समय खुन का दवाब कम होता है।
* एक बहुत ही आश्चर्य की बात है कि आज से कुछ साल पहले जब रंगीन टीवी नहीं होते थे तो 80% सपने ब्लैकएंड व्हाइट ही आते थे।
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