भारत के 5 चमत्कारी हनुमान मंदिर

        कल यानी 19 अप्रैल को हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। इस‌ दिन हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए। भारत के हर हनुमान मंदिर में इस दिन बहुत भीड़ रहती है। हनुमान जी आज भी धरती पर जीवित हैं और लोगों की पुकार सुनते हैं। हनुमान जी को रूद्र का अवतार माना जाता है। हनुमान जी की पूजा से शनि दोष का प्रभाव भी समाप्त ‌‌‌हो जाता है। इस दिन हनुमान जी के मंदिर अवश्य जाना चाहिए। वैसे तो भारत में बहुत सारे हनुमान मंदिर है लेकिन आज हम आपको भारत के 5 चमत्कारी मंदिर के बारे में बता रहे हैं...

   1. संकट_मोचन_हनुमान_मंदिर

   यह मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित है। कहा जाता है कि यहां मूर्ति तुलसीदास जी के तप और पुण्य से अपने आप प्रकट हुए थे। यहां के मूर्ति में भगवान बाये हाथ से भक्तों को आशीर्वाद देते हैं और दायां हाथ उनके हृदय पर है। इस मंदिर के पास ही एक‌ सघन‌ वन भी है ‌‌‌जिसमें एक कदम के पेड़ की प्रजाति है जो केवल यहां और मथुरा में मिलता है। यहां की एक‌ डाली‌ हर साल भगवान कृष्ण के यहां भेजी जाती है।
  

   2. Mahavir_Mandir/ महावीर मंदिर

    यह मंदिर बिहार की राजधानी पटना में स्थित है। यहां हर मंगलवार और शनिवार को बहुत भीड़ लगती है। यहां हनुमान जी की दो मुर्ति है।एक भक्तजन और साधु की रक्षा करशक के लिए और एक दुष्टों के विनाश के लिए। यहां के मंदिर में शीशा में रामसेतु का एक पत्थर रखा हुआ है जो 15 किलो का है, लेकिन पानी पर तैरता रहता है। यहां वैष्णो देवी के बाद यहीं सबसे ज्यादा चढ़ावा आता है। इस मंदिर के नाम पर स्कुल, अस्पताल, अनाथालय सब चलते हैं। यहां घी के बने लड्डू चढाये जाते हैं। एक दिन में करीब 25000 लड्डू रोज बिकते हैं।

   3. उलटे_हनुमान

    यह मंदिर इंदौर मध्यप्रदेश से 30 किलोमीटर सांवेर नाम के जगह प है। ऐसे तो हर मंदिर में बैठे, खड़े या लेटे हनुमान जी भी है। लेकिन इस मंदिर में हनुमान जी उल्टे मतलब हर नीचे और पैर ऊपर करके है।यह मंदिर बहुत प्राचीन है। यहां हनुमान जी को मंगलवार के दिन चोला चढ़ाने की परंपरा है। मंदिर में हनुमान जी के साथ राम-लक्ष्मण और सीता माता  के साथ शिव-पार्वती भी है।

  4. चित्रकूट/हनुमान धारा

  यह उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के न बोर्डर पर है। सीतापुर एक जगह है वहीं चित्रकुट बहुत फेमस जगह है। वनवास के समय भगवान राम यहां आये थे। कहा जाता है हनुमान जी लंका दहन किये थे, यहीं अपने शरीर का ताप शांत करने आए थे। पहाड़ के सहारे‌ हनुमान जी की मूर्ति है उसके ठीक ऊपर दो जलकुंड है जिससे हमेशा पानी गिरते रहता है हनुमान जी के सर पर। ये धारा हमेशा बहती रहती है इसलिए इसे हनुमान धारा कहते हैं।

   5.सालासर_बालाजी

    यह हनुमान मंदिर राजस्थान के चुरू जिले में स्थित है। जयपुर वीकानेर के रास्ते पर है। यह पहले हनुमान जी हैं जिनको दाढ़ी मूंछ है। वहीं पुरा चेहरे पर सिंदूर लगा था। कहा जाता है कि यह मंदिर मुस्लिम कारिगरो द्वारा बनाया गया था।


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