1 अप्रैल मतलब अप्रैल फूल। इस दिन हर कोई किसी न किसी को मुर्ख बनाने की कोशिश करता है।हम लोग तो बहुत लोगों को उल्लू बनाते हैं, खुद भी कई बार बन जाते हैं। इस दिन लोग जल्दी किसी बात को सीरियस नहीं लेते हैं। कुछ लोग तो ऐसे मजाक कर देते हैं कि जान पर बन आती है। उल्लू बनाये जरुर लेकिन ऐसा नहीं बनाये कि किसी को ठेस पहुंचे आपकी बातों से या किसी को कोई आहत हो।
अभी पिछले साल हमारे एक दोस्त ने अप्रैल फूल बनाने के लिए कहा कि उसका एक्सिडेंट हो गया। घर में मां बीपी की पेशेंट उनका हालत खराब, पुरे घर वाले परेशान,गजब की अफरा तफरी मच गई। इस लिए मूर्ख जरुर बनाये लेकिन दुसरों की भावनाओं को देखते हुए।
अभी पिछले साल हमारे एक दोस्त ने अप्रैल फूल बनाने के लिए कहा कि उसका एक्सिडेंट हो गया। घर में मां बीपी की पेशेंट उनका हालत खराब, पुरे घर वाले परेशान,गजब की अफरा तफरी मच गई। इस लिए मूर्ख जरुर बनाये लेकिन दुसरों की भावनाओं को देखते हुए।
अप्रैल फूल क्यों मनाते हैं
अप्रैल फूल मनाने के बहुत से किस्से हैं। कुछ लोग कहते हैं कि इंग्लैंड के राजा रिचर्ड की एनी से सगाई के कारण अप्रैल फूल मनाया जाता है, कुछ लोग कहते हिलारिया पर्व के कारण मनाते हैं, कुछ लोग फ्रेंच कैलेंडर में होने वाले बदलाव के कारण अप्रैल फूल मनाया जाता है कहते हैं।
एक कहानी - कुछ लोग का मानना है कि जब वसंत त्योहार मनाया करते थे।इस दिन को रोमन त्योहारों में हिलारिया में इस दिन को भगवान एट्टिस के पुनरुत्थान के दिन के रूप में मनाते हैं। तबाही और कुशासन के मुक्ति के रूप में मनाते हैं।
दुसरी कहानी के अनुसार 1582 के पहले फ्रांस के लोग 1 अप्रैल से नया साल मनाते थे। जब पोप चार्ल्स 9 ने फ्रेंण कलेंडर को बदल रोमन कैलेण्डर लागु किया। जिसमें 1 जनवरी से नया साल मनाया जाता था। लेकिन कुछ लोग 1 अप्रैल को ही नया साल मनाते रहे उन्हें मुर्ख कहा गया। तब से अप्रैल फूल मनाया जाता है।
अप्रैल फूल भारत ही नहीं पुरे दुनिया में मनाई जाती है। कुछ देश में इस दिन छुट्टी भी होती है लेकिन भारत और कुछ देशों में नहीं होती है छुट्टी। ब्रिटेन में आधे दिन ही लोग एक दूसरे को बेवकुफ बनाते हैं। सुबह से दोपहर तक मौज मस्ती का माहौल रहता है फिर दोपहर तक खत्म।
अमेरिका में भी यह खुब मस्ती के साथ मनाते हैं। अपने कलिगस, दोस्तों को डरावनी चीजें दिखाकर मजाक बनाते हैं। फ्रांस और इटली में कागज का मछली बनाकर पीछे चिपका देते हैं,पता लगने पर अप्रैल फिस कह कर हल्ला करते। हमारे यहां तो झुठ के बहुत बहाने मिल जाते हैं। यहां गाड़ी पलटी , वहां उसको बेटा हुआ, उसने लव मैरिज कर ली.. बहुत सारी बातें ... उसके बाद कहते अप्रैल फूल बनाया..
इसके लिए एक गाना भी है..." अप्रैल फूल बनाया तो उनको गुस्सा आया, मेरा क्या कसुर जमाने का कसुर जिसने ये बनाया"
0 Comments