नागपंचमी कब है और नागपंचमी की शुभकामनाएं

        नागपंचमी सावन मास के पंचमी तिथि को मनाई जाती है। बिहार, झारखंड, उत्तरप्रदेश सहित पुरे भारत में यह धुमधाम से मनाया जाता है। नागपंचमी कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष के दोनों तिथियों में मनाया जाता है। साल 2021 में नागपंचमी कल‌ यानी 28 जुलाई को मनाया जाएगा और शुक्ल पक्ष की नागपंचमी 13 अगस्त को मनाई जाएगी। देवघर झारखंड में भी इस नागपंचमी को मेला‌ लगता है लेकिन इस साल कोरोना के बाद मेला नहीं लग रहा।


     नागपंचमी के अवसर पर हर ज्योतिर्लिंग में विशेष पूजा अर्चना होती है। लोग इस दिन नाग की पूजा करते हैं।‌‌जहां विषहरी स्थान होता वहां हर जगह मेला लगता है। कृष्ण पक्ष वाले पंचमी को मौना पंचमी भी कहते हैं। नागपंचमी के दिन भगवान शिव पर दूध और धान का लावा चढ़ता है। शिवलिंग पर पंचामृत से अभिषेक किया जाता है। दही और नीम खाने का चलन भी है। हमारे यहां तो इस दिन खीर, पुरी बनाया जाता है। 

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       नागपंचमी कब है....

      नागपंचमी कृष्ण पक्ष पंचमी को यानी 28 जुलाई को है। 

     नागपंचमी शुक्ल पक्ष पंचमी को यानी 13 अगस्त को है।

         दो दिन नागपंचमी होता है अलग अलग जगह लोग अलग अलग दिन मनाते हैं। मेरे पुरे गांव में कृष्ण पक्ष वाला नागपंचमी होता है और मेरे घर में शुक्ल पक्ष वाला, इसलिए आपके यहां जिस पक्ष वाला होता है अवश्य मनाएं।


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