पीलिया के लक्षण....
* पेट में हल्का सा दर्द
* आंख और नाखून का रंग पीला होना
* पखाना/मल का रंग सफेद होना
* बुखार रहना
* कमजोरी लगना
* थकान जैसे होना
* पेशाब पीला होना और जलन हो
* कब्ज इतना कि खून आ जाए
* भूख ना लगना
* उल्टी, मतली जैसा लगना
* खुजली पुरे शरीर हो तो
पीलिया के कारण.....
* पीलिया का मुख्य कारण लीवर का कमजोर होना है।
अक्सर नवजात शिशु में पीलिया होता है, क्योंकि उस समय उनका लीवर कमजोर होता है।
* किसी तरह का लीवर इंफेक्शन, एसीडिटी ज्यादा हो, शराब, मांस, तेल मसाले का ज्यादा उपयोग भी एक कारण है।
* खून में जब बिलीरुबिन की मात्रा 2.5 से बढ़ जाए तो लीवर फिल्टर करना बंद कर देता है इस कारण पीलिया होता है।
* कुछ दवाओं के असर के कारण भी पीलिया हो सकता है जैसे पेनीसिलीन, गर्भनिरोधक गोलियां का इस्तेमाल भी..
* पीलिया का सही समय पर इलाज न करने पर गोल ब्लैडर में स्टोन, हेपेटाइटिस बी, लीवर फ्लेयोर भी हो सकता है।
* पानी की गंदगी, चाय बहुत मात्रा में पीना, या लीवर इंफेक्शन से पीड़ित लोगों के झूठन से भी पीलिया होता है।
पीलिया का घरेलू उपचार....
* छोटे बच््चा को अगर पीलिया है तो उन्हें धूप में अवश्य रखें। सुबह की धूप हो तो ज्यादा अच्छा है। कुछ दिन बच्चे की मालिश नहीं करें।
* पीपल की कोमल पत्तों का रस मिश्री के साथ लें बहुत फायदा होता है।
* रात में एक गिलास पानी में एक चम्मच त्रिफला चूर्ण भींगने दे दे सुबह छान कर या ऐसे भी पी लें।
* दिन भर में 10-12 गिलास पानी पीएं। इससे लीवर में
* विटामिन सी पीलिया के लिए फायदेमंद है इसलिए नींबू, संतरा का जूस पीएं।
* खूब मात्रा में टमाटर, दही जिसमें फैट बिल्कुल ना हो का सेवन करें। टमाटर एंटीऑक्सीडेंट गुण से भरा रहता है जो लीवर को डिटाॅक्सीफाई रखता और दही बिलीरुबिन की मात्रा कम करता है।
* पीलिया में हल्दी पाउडर भी बहुत फायदेमंद होता है। एक गिलास पानी में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर दिन में दो बार लें, यह शरीर के विषैले पदार्थ को बाहर निकाल देता है।
* गिलोय का रस और शहद मिलाकर खाएं फायदा होगा।
* गन्ना का रस दिन में एक दो गिलास अवश्य पीएं। अगर इसमें एक राई के दाने इतना चूना मिला लें तो फायदा होगा।
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