डिप्रैशन के लक्षण और घरेलू उपचार

      डिप्रेशन पढ़ने में तो छोटा लगता है लेकिन जान बहुत की लें लेता है। आप सब ने कल जाना होगा कि सुशांत सिंह राजपूत ने खुदकुशी कर जान दे दी, उसका कुछ और कारण नहीं बस एक डिप्रेशन है। आजकल ‌आत्महत्या करना जैसे आम बात हो गया है थोड़ी सी कुछ बात हुई ना कि हम खुद को खत्म कर लेना चाहते हैं। सुशांत सिंह राजपूत भी पिछले 6 महीने से डिप्रेशन में थे, अभी कुछ  दिन पहले उनकी एक मैनेजर ने भी आत्महत्या कर ली थी। 


      स्टुडेंट आए दिन आत्महत्या कर रहे हैं इन सब का एक ही कारण बस डिप्रेशन है। अभी कोरोना काल में पुरी घर में बंद है घर से काम कर रहे किन्हीं का बिजनेस मंदा जा रहा है, कोई ऑनलाइन पढ़ाई, Work from home, network प्रोब्लम इन‌ सब में या कोरोना से पहले भी देखा जाए तो काम, पैसे, लोन, कर्ज, कामयाब ना होना, पढ़ लिख लेने पर नौकरी ना मिले, प्रमोशन ना मिला, किसान की खेती अच्छी ना रही, किसी के प्यार का टुटना, कोई दिल के बहुत करीब जो छोड़ का चला गया हो आदि सब बहुत कारण होते हैं डिप्रेशन के, जिसमें आदमी पागल‌ हो जाता या खुदकुशी कर सब कुछ खत्म कर लेता है।हम इस पोस्ट में डिप्रेशन के लक्षण और उपचार बता रहे हैं। आप अवश्य पढ़ें शेयर करें।

     डिप्रेशन क्या है....

    डिप्रेशन एक मानसिक बिमारी है, जो किसी  प्रकार
के दिमागी टेंशन के कारण होता है। इसका कोई एक कारण तो नहीं होता है लेकिन मेरा मानना है कि डिप्रेशन का एक कारण शायद होता है वो है अत्यधिक महत्त्वाकांक्षी होना... 

     डिप्रेशन के कारण...

      * लाइफ में कुछ अलग हो, किसी करीबी को खो देने पर

     * हार्मोन के बदलाव का असर, महिलाओं के मेनोपॉज के समय

      * जेनेटिक, थायराइड, डिलीवरी, कुछ विशेष बिमारी में और भी कारण हैं

     हम आजकल के रहने सहन, टीवी फिल्में, आस-पड़ोस में अपना नाम हो, हर चीज में अव्वल रहे, हर सुख सुविधा हमारे पास हो और एक मुख्य चीज जिससे हम प्यार करें वो पास रहे। बच्चे से उम्मीद रखते हमेशा पढ़ाई में टाॅप रहे, बिजनेस टाॅप पर हो, हमारा रहन सहन अमीरों (अमीर होने का कोई डिफनिसन नहीं है) वाला हो चाहे हमारी आमदनी कम हो। जिस कारण ‌हम ढेर सारा कर्ज ले लेकर हर चीज लें तो आते हैं जब वही हम सफल नहीं होते तो सोचते चलो मर जाते कोई कर्ज मांगने वाला होगा है नहीं लेकिन ये सोच ग़लत होता है। मरने वाले तो चले जाते उनके परिवार वालों को पुरी दुनिया का सुनना पड़ता। इसलिए कभी मरने का ख्याल आए भी तो ये सोचे जरूर की आपके बाद आपके परिवार वालों का क्या होगा....

       डिप्रेशन का लक्षण....

    * हमेशा उदास रहना

    * बहुत गुस्सा होना 

   * स्वयं को हारा हुआ महसूस करना, हर गलती के लिए खुद को जिम्मेदार मानना

    * खुद को सबसे अलग रखना, अकेला महसूस करना

    * हमेशा थकान लगना, सोये रहना पर नींद ना हो

    * बेमतलब का घुमते रहना, खुद को पुरा शरीर नोचते रहना, बाल खींचना

     * एकाग्रता की कमी, किसी एक चीज ध्यान ना‌ लगना

     * बहुत मात्रा में खाना‌ या भूखे रहना 

     * हमेशा बोलते रहना, बेमतलब से किसी से किसी ‌बात पर बोलन

      * छोटी छोटी बातों पर गुस्सा होना, चिल्लाना

     * कभी हंसते रहना,‌कभी‌ रोने लगना भावना पर‌ कोई काबू ना‌ रहना

    * हमेशा नकरात्मक सोच रहना, मरने मारने की बात कहना, खुद को भी‌ नुकसान पहुंचा सकते हैं

      इसमें से अगर 4-5 लक्षण किसी का मिले तो वो सही में डिप्रेशन में है उनका खास ख्याल रखें। 

       डिप्रेशन का घरेलू उपचार....

    * डिप्रेशन के शिकार लोगों को अपने खान‌ पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। उनका खाना‌ विटामिन से भरपूर, पानी की मात्रा ज्यादा हो, सलाद वगैरह खूब खिलाएं। जंक फूड बासी भोजन से बचें।

     * रोज रात को सर की मालिश ब्राह्मी तेल से करवाएं। 

      * इनको ध्यान कराएं, योग करने देना चाहिए। उनके पसंद का खिताब, पसंद का गाना ये सब सुनने अवश्य दें।

     * भरपूर नींद लें। सुबह सुबह टहलें, खूब हंसे। उनके मन में नकरात्मक विचार ना आए ये ध्यान रखें।

     * सबसे अहम और जरूरी बात- पुरे घर वाले, दोस्त जो भी हो रोज उनके साथ बैठे अपनी खुशी में बिताए हुए पलों को याद करते हुए उनके मन में प्यार जगाएं। 

     ऐसा समय कभी आए‌ ही ना इसलिए आप सब से अनुरोध है कि ‌हर अपने लोगों की सुनें, रोज समय निकाल एक दूसरे की जीवन में चल रही उतार चढ़ाव के बारे में बात करें। प्यार से पेश आएं। बेफजूल की मांग, हमेशा अव्वल का प्रेशर ना दे...

    

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