जौ में छिपा है आपके सेहत का खजाना

      जौ बहुत प्राचीन अनाजों में माना जाता है। जौ के आटे का प्रयोग तो अभी भी होता है बच्चों को बार्ली जो देते हैं वहीं जौ का आटा है। जौ प्राचीन काल में ऋषि मुनि खाने में करते थे। जौ का उपयोग पूजा हवन में भी होता है। कुछ रिसर्च से सामने आया है कि जौ का इतिहास 6000-7000 साल पुराना है। जौ में हमारे सेहत का खजाना छिपा है, इसमें बहुत फायदेमंद विटामिन हैं।

      जौ में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, आयरन, कैल्शियम, जिंक, काॅपर, मैग्नीशियम, सेलेनियम,  लैक्टिक एसिड, प्रोटीन, ग्लुकोन, अमीनो एसिड, मैंगनीज,ग्लूकेन और बीटा,  फाइबर और कई अन्य एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। यह पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है, यह पचने में भी हल्का होता है। इसकी तासीर ना गर्म होती है ना ठंडी। इसलिए इसे आप किसी हालत में खाएं फायदा ही होगा।



     जौ का उपयोग बियर बनाने में भी किया जाता है। जौ का आटा पिसाया जाता है जिसका रोटी पहले तो गरीबी के कारण लोग जौ के खेत में मटर, गेहूं, जौ सब एक साथ बुनते थे और सभी एक बार पक जाता, सबको‌ एक साथ पिसा कर आटा बनाते जो‌ बहुत पौष्टिक होता था। अब तो जौ खाना और उपजाना दोनों बहुत कम हो‌ गया है। जौ का सत्तू भी बनाया जाता है। जौ को भूनकर, पीसा कर नमक, प्याज और पानी में मिलाकर नींबू डालकर पीने से गर्मी में पेट को बहुत राहत मिलती है।

      जौ का पानी बनाने के लिए जौ को पहले 4-5 घंटे पानी में रखें। फिर छान कर अलग कर लें। अब जौ के चौगुनी पानी दें कर 1 घंटे तक खूब उबालें और छान कर ठंडा कर लें।

      जौ में छिपा है आपके सेहत का खजाना......

     * चेहरे पर निखार लाने के लिए जौ का आटा, हल्दी पाउडर, सरसों तेल मिलाकर पुरे शरीर पर खूब मालिश करें। कुछ दिन में फर्क महसूस होगा आपको। हमारे यहां शादी में उबटन इसी का बनाया जाता है।

      * अगर कहीं जल गया हो तो जौ को पिसकर और तिल का तेल मिलाकर लगाएं, जलन कम हो जाएगा।

      * जौ में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिस कारण यह हमारे दांतों और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। गठिया और जोड़ों के दर्द वालों को जौ का पानी पीना चाहिए।

      * जौ को पानी में 2-4 घंटे रख दें और उसे छान कर पीएं। या फिर जौ को जमीन में अंकुरित कर भी खा सकते हैं।

     * गर्भावस्था में जौ बहुत अच्छा होता है। पैर में सुजन हो।

    *  जौ में फैट बिल्कुल नहीं होता है, फाइबर बहुत होता है यह बजन कम करने के साथ साथ पाचन शक्ति को भी मजबूत रखता है।

     * जिस छोटे बच्चों को खाना या दूध ना पच रहा हो, उसे जौ का बना आटा पानी में खूब पका दिया जाता है।

     * मधुमेह रोगियों के लिए जौ फायदेमंद है। यह ब्लड सुगर लेवल को कंट्रोल करता है और इंसुलिन को भी ठीक रखता। टाइप 2 के रोगी के लिए अच्छा है।

     * मोटापा को कम करता है जौ। जौ का सत्तू और त्रिफला शहद के साथ खाएं वजन कम होता है। अगर वजन बढ़ाना है तो जौ का खीर खाएं।

     * पेट में पथरी हो तो जौ का पानी पीएं।

      * जौ शरीर के कोलेस्ट्रॉल को कम करता, इम्यून पावर को बढ़ाता, हाई ब्लड प्रेशर कम करता, कैंसर सेल्स को खत्म करने में मदद करता है।
     

     

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