आजकल हर तीसरे आदमी के मुंह से सुनिए तो बीपी के बारे में बताएगा। किसी को हाई बीपी तो किसी को लो बीपी। बीपी के कारण जहां तहां गिर सकते, कभी कभी तो नाक मुंह से खून आ जाता। आइए आज हम इस पोस्ट में बीपी क्या है, कितने तरह का होता है, कितना होना चाहिए और उसके लक्षण एवं निवारण के उपाय बताएंगे....
ब्लड प्रेशर क्या है....
दिल धमनियों में रक्त का प्रवाह करता है और इतने फोर्स से खून का प्रवाह करता है कि यह पुरे बाॅडी में फ़ैल सके। इसे ही ब्लड प्रेशर कहते हैं। परिस्थिति के अनुसार ब्लड प्रेशर बदलते रहता है। जैसे आराम से बैठे हैं तो कम रहता है और टेंशन या कोई काम कर रहे होते तो ज्यादा रहता है।
ब्लड प्रेशर कितने तरह का होता है...
बीपी दो तरह का होता है। 1. हाई ब्लड प्रेशर- यह धमनियों के संकुचन में जब रक्त प्रवाह के प्रतिरोध में वृद्धि होती है, इसे ही हाई ब्लड प्रेशर या हाईपरटेंशन भी कहते हैं। जिससे की धमनियां फट सकती है, इंटरनल बिल्डिंग हो सकता है।
लो ब्लड प्रेशर- लो ब्लड प्रेशर में रक्त प्रवाह सीधे तौर पर दिल की पंपींग की क्रिया पर निर्भर करता है।धमनी में किसी प्रकार का दिक्कत रक्त को पंप करने में दिक्कत पैदा होने लगता है जिससे शरीर के अंगों तक प्रर्याप्त मात्रा में खून नहीं पहुंचने देता है।
स्वस्थ शरीर में कितना रहना चाहिए...
एक स्वस्थ शरीर में ब्लड प्रेशर सामान्य तौर पर 120/80 होना चाहिए। 120 से ऊपर गया तो हाई ब्लड प्रेशर और नीचे 80 से कम हुआ तो लो ब्लड प्रेशर है। 15-18 साल के पुरुषों का ब्लड प्रेशर लेवल 117/77 होना चाहिए, महिलाओं का 120/85 होना चाहिए। 18-24 है तो 120/79 दोनों का। 140/90 के ऊपर हो तब खतरे की घंटी है। ना तब थोड़ी बहुत ऊपर नीचे भी होते रहती।
60 से ऊपर के बुजुर्गो का 130/90 नार्मल है। 135/90 या 150/90 से ऊपर हो तब उनको प्रोब्लम हो सकती है। वैसे बीपी की कोई प्रोब्लम ज्यादा हो तो डाॅ से मिलें। कम प्रोब्लम हो तो घरेलू उपाय करते रहे। फ़ालतू का टेंशन ना लें, जो होना होगा ही अपना तबीयत क्यों खराब करना।
बीपी मापने की ओटोमेटिक मशीन ले एक मशीन है जिससे घर बैठे खुद से ही बीपी माप सकते
हाई ब्लड प्रेशर के बहुत से कारण हैं लेकिन सबसे पहला है बहुत ज्यादा गुस्सा, टेंशन या दुख है। शराब या किसी प्रकार का धूम्रपान, मोटापा, अत्यधिक मात्रा में नमक का सेवन, शरीर एक्टिव ना हो, लीवर का कोई बिमारी, फैमिली में किसी को हो, तब हाई ब्लड प्रेशर इन सब कारणों से हो सकता है
हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के उपाय- हाई ब्लड प्रेशर में लहसुन बहुत सहायक है, रोज एक कली लहसुन एक गिलास पानी के साथ चबा कर खाए जाए तो ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहेगा।
* हाई बीपी वालों को नमक का सेवन बिल्कुल कम करना चाहिए।
* काली मिर्च पाउडर आधा गिलास पानी में पी लें, अगर अचानक से बीपी बढ़ जाए तो।
* आधा चम्मच आंवला पाउडर पानी या शहद के साथ रोज लेने से हाई ब्लड प्रेशर कम रहता है।
* हाई ब्लड प्रेशर को कम करना हो तो प्याज का उपयोग करें। प्याज में पाया जाने वाला क्वेरसेटिन नामक फ्लेवोनॉयड्स रक्त वाहिकाओं को पतला करने में मदद करता है।
* एक चम्मच मेथी और अजवायन का चूर्ण रात को पानी में फूलाकर सूबह उस पानी को पी लें।
* सप्ताह में 3-4 बार पुरे शरीर की मालिश करें, इससे पुरे शरीर में रक्त प्रवाह अच्छे से होगा।
* रोज सुबह कुछ देर योग करें। व्यायाम, खान पान की शैली से भी हाई ब्लड प्रेशर कम किया जा सकता है।
लो ब्लड प्रेशर के बारे में अगले पोस्ट पर बताएंगे। अगर आपको मेरा ये पोस्ट पसंद आया तो सब्सक्राइब करें, कमेंट करे।
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण, कारण और उपाय....
हाई ब्लड प्रेशर का कोई निश्चित लक्षण तो ना है लेकिन लगातार सिर में तेज दर्द हो, पानी पीने या आराम करने के दर्द में राहत मिलती है तो हाई ब्लड प्रेशर अवश्य जांच करवाना चाहिए। छाती में दर्द, नाक से खून आना,नजर कमजोर होना, सांसें फूलना।
बीपी मापने की ओटोमेटिक मशीन ले एक मशीन है जिससे घर बैठे खुद से ही बीपी माप सकते
हाई ब्लड प्रेशर के बहुत से कारण हैं लेकिन सबसे पहला है बहुत ज्यादा गुस्सा, टेंशन या दुख है। शराब या किसी प्रकार का धूम्रपान, मोटापा, अत्यधिक मात्रा में नमक का सेवन, शरीर एक्टिव ना हो, लीवर का कोई बिमारी, फैमिली में किसी को हो, तब हाई ब्लड प्रेशर इन सब कारणों से हो सकता है
हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के उपाय- हाई ब्लड प्रेशर में लहसुन बहुत सहायक है, रोज एक कली लहसुन एक गिलास पानी के साथ चबा कर खाए जाए तो ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहेगा।
* हाई बीपी वालों को नमक का सेवन बिल्कुल कम करना चाहिए।
* काली मिर्च पाउडर आधा गिलास पानी में पी लें, अगर अचानक से बीपी बढ़ जाए तो।
* आधा चम्मच आंवला पाउडर पानी या शहद के साथ रोज लेने से हाई ब्लड प्रेशर कम रहता है।
* हाई ब्लड प्रेशर को कम करना हो तो प्याज का उपयोग करें। प्याज में पाया जाने वाला क्वेरसेटिन नामक फ्लेवोनॉयड्स रक्त वाहिकाओं को पतला करने में मदद करता है।
* एक चम्मच मेथी और अजवायन का चूर्ण रात को पानी में फूलाकर सूबह उस पानी को पी लें।
* सप्ताह में 3-4 बार पुरे शरीर की मालिश करें, इससे पुरे शरीर में रक्त प्रवाह अच्छे से होगा।
* रोज सुबह कुछ देर योग करें। व्यायाम, खान पान की शैली से भी हाई ब्लड प्रेशर कम किया जा सकता है।
लो ब्लड प्रेशर के बारे में अगले पोस्ट पर बताएंगे। अगर आपको मेरा ये पोस्ट पसंद आया तो सब्सक्राइब करें, कमेंट करे।
1 Comments
Nice post, Its very easy to understand Hope you're doing awesome. Thanks you
ReplyDelete