गाड़ी के नंबर प्लेट का राज जानें

       गाड़ी के नंबर प्लेट को कभी गौर से देखें है, कोई पीला रहता, कोई उजला, कोई काला, कोई लाल, नंबर प्लेट पर पहले राज्य के नाम का पहला word रहता, फिर दो नंबर का कोड नंबर जो जिले का नाम दर्शाता है। आइए आज हम आपको नंबर प्लेट के रंग और नंबर के बारे में जानकारी दें रहे...


     उजला रंग - सफेद रंग की नंबर प्लेट पर का काले रंग के पेंट से लिखा रहता इसका मतलब यह किसी साधारण व्यक्ति की गाड़ी है। जिसका उपयोग वो personal use के लिए करता है। इस नंबर प्लेट की गाड़ी से कोई सामान या बिजनेस में युुज‌ करना कानुनन अपराध होता है।
 
    पीला रंग - पीला रंग जिस गाड़ी पर के नंबर प्लेट पर हो तो समझिए कि यह बिजनेस के उपयोग किया जाता है। दुर दुर सामान पहुंचाने वाले truck को देेेखिए। Taxi, tampoo, आज कल ola, Uber, किराए की किसी भी गाड़ी में पीला नंबर प्लेट ही लगा रहता है।  इस रंग की की गाड़ी चलाने के लिए Driver को commercial विशेष driving license बनानेे पड़़़तेे है।
   
   काला रंग-  इस रंग की गाड़ी का मालिक तो साधारण होता है। वह इसका उपयोग बिजनेस के लिए ही करता है इसको होटलों में ज्यादातर उपयोग में लाते हैं। यात्री को लाने ले जाने के लिए, इस पर पीले रंग के नंबर प्लेट में काले रंग से लिखा रहता है।

    नीला रंग - इस रंग की गाड़ी का उपयोग मुख्यतः विदेशी प्रतिनिधित्व करने वाले लोग करते हैं। दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों में ये दिखेंगी आपको, इसपर नीले रंग के नंबर प्लेट में सफेद रंग से लिखा रहता। विदेशी दुतावास, या युएन मिशन के लोगों से जुड़े लोगों का होता है।

    लाल रंग - इस रंग की नंबर प्लेट देश के राष्ट्रपति या राज्यों के राज्यपालों की होती है। ये लोग बिना लाइसेंस के आफिस्यल गाड़ी उपयोग करते हैं। इस पर‌ लाल रंग के नंबर प्लेट पर सुनहरे रंग से लिखा रहता है।

    हरा रंग - इस रंग के नंबर प्लेट का उपयोग इलेक्ट्रिक परिवहन विभाग के लिए है। जिसका बैकग्राउंड हरा और नंबर पीला से रहता।

    अगले पोस्ट में बिहार-झारखंड के हर‌ जिले के नंबर प्लेट का कोड नंबर बताएंगे। आपको कैसा लगा मेरा ये पोस्ट कमेंट कर जरुर बताएं।अपना मेल आईडी डाल हमें सब्सक्राइब करें और फाॅलो करें।

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