महिलाएं गहने क्यों पहनती हैं, जानें वैज्ञानिक कारण

     हमारे समाज में महिलाएं सदियों से गहने ‌‌‌‌‌‌पहनती आ रही हैं। भारत में गहने पहनने का बहुत पुराना रिवाज है। यहां सर से लेकर पांव तक गहना पहना‌ जाता है। हर समय में अपने अपने हिसाब से गहने हल्के या भारी होते गए। औरतों का श्रृंगार माना जाता है गहना। सुहागन महिलाएं माथे पर टीका, नाक में नथ, हाथ में चुड़ी, पैर में पायल, बिछुआ सब‌ निशानी‌ है।

    हमलोग जो‌ ये श्रृंगार के लिए गहने पहनते हैं, इन सबको बस श्रृंगार के लिए नहीं बल्कि इन सबके पीछे एक वैज्ञानिक कारण भी है, आइए जानें गहने पहनने के वैज्ञानिक कारण....


    चांदी -  जब हम लोग चांदी से बने  गहने पहनते हैं तो यह हमारे शरीर को टच करती है तो चांदी के गुण  हमारे शरीर में पहुंचता है। जिससे यह हमारे ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। हड्डियों को मजबूत बनाता है। दर्द में राहत मिलती है। पायल बिछुआ पहनने का कारण यही है। इससे पैर में दर्द कम होता है।

    बिछिया पहनने का संबंध uterus से भी है। यह हमारे मासिक धर्म को सही रखता है। बिछिया हम बीच की तीन अंगुली में ज्यादातर पहनते हैं जो हमारे एक नस को टच करते हुए uterus तक जाता है।
 
     पायल पहनने से पेट और पेट के नीचे के हिस्से में बनने वाली चर्बी कम करता है। पायल‌ की छनक‌ से घर की निगेटिव ऊर्जा दूर रहती है। पायल पहनने से पैर के दर्द में आराम मिलता है।

  सोना - 

   सोना के लिए कहा जाता है कि यह बढ़ती उम्र को रोक लेता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो रूप में निखार बनाए रखने में मदद करता है।

   टीका- हम लोग सोने का टीका पहनते हैं जो मस्तिष्क संबंधित क्रियाएं को संतुलित रखता है। मष्तिकिय विकार दूर करता है। यह टेंशन से होने वाली दिमागी प्रेशर कम करता है।
   
        कान-  कान छिदवाने का फैशन बहुत पुराना है। इससे एक्युप्रेशर चिकित्सा में कहा जाता है कि कान छिदवाने से एक नस ऐसा होता है जो कान के बहरेपन‌ को दूर करता है। आंखों के लिए फायदेमंद है। क्योंकि आंख‌ का एक नस‌‌ यहीं से जाता है। लकवा जैसे बिमारी में भी फायदेमंद है। पेट संबंधी, हर्निया हिस्ट्रीया, मासिक धर्म सब में फायदा पहुंचाता है।

   नाक - नाक छिदवाने से श्वास संबंधी बिमारियों में राहत मिलती है। यह पीरियड में भी फायदेमंद है। प्रसव के दौरान भी यह होने वाले खतरों को कम करता है।

   गले - गला में मंगलसूत्र या माला पहनने से यह हमारे रक्तचाप को नियंत्रित रखता है। दिल की बीमारी में भी फायदेमंद है।

   अंगुठी - अंगुठी हाथ की अलग अलग अंगुली में अलग अलग फायदा पहुंचाती है। इससे कफ, बुखार, दमा, घबराहट, जाती का दर्द सबमें राहत मिलती है। यह दिल की बीमारी, हार्ट अटैक जैसे खतरों को कम कर देती है।
  

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