जन्माष्टमी कब है और जन्माष्टमी पर बधाई संदेश भेजें

     कृष्ण भगवान जिनके ना जाने कितने नाम है, कान्हा, माखनचोर,गोपाल, मुरलीधर, नटखट लाला, श्याम, बंशीधर अनगिनत नाम हैं। उनका जन्मदिन पुरा भारत और भारत के बाहर भी लोग बहुत धुमधाम से मनाते हैं। उनका जन्म भादो मास के कृष्ण पक्ष के अष्टमी को हुआ था। इस बार जन्माष्टमी 18 अगस्त को है। 18को भी कुछ लोग व्रत करेंगे। 18 को वैष्णव जन का है 19 को गृहस्थ लोगों का।

    इस दिन लोग पुरा दिन निर्जल उपवास करते हैं। रात बारे बजे भगवान का चरणामृत लेकर तब उपवास तोड़ते हैं। इस‌ दिन हर घर में, ठाकुरवाड़ी में रात भर भजन-कीर्तन होता है। गोकुल का तो इस दिन बात ही निराला होता है। भगवान कृष्ण को माखन मिश्री बहुत पसंद हैं। भगवान बचपन में अपनी शरारतों से सबकी मटकी फोड़ते थे। इसलिए इस दिन बच्चे बाल गोपाल बन कर जगह जगह मटकी फोड़ प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती है।

    रात भर भजन-कीर्तन के बाद प्रसाद ग्रहण कर सब अपना व्रत खोलते हैं। एक दुसरे को बधाई देते हैं। "नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की" का जयकारा लगाते हैं। आइए आप भी अपने दोस्तों को जन्माष्टमी की बधाई संदेश भेजें...









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