शरीर में तिल का अर्थ जानें -2

    शरीर में तिल का मतलब सीरीज चल रहा है। पिछला पोस्ट में हम आपको चेहरे पर तिल के मतलब बताये थे। आइए शरीर के और हिस्सों में तिल का मतलब जानें...

      शरीर में तिल का मतलब

       जबड़े पर तिल का मतलब अनुकूलता और प्रतिकुलता निरंतर बना रहना।
     ठोड़ी पर तिल का मतलब महिलाओं में मिलनसारता की कमी।
    दाहिना कंधा पर तिल मतलब दृढ़ता होना और बायें कंधा पर तिल मतलब तुनकमिजाज होना।
    अंगुठे पर तिल मतलब कितना भी अच्छा काम करले‌ उसका ‌‌‌‌‌श्रेय उसको नहीं मिलता।
    तर्जनी‌ पर‌ तिल वाले ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌ आदमी के पास पैसा तो बहुत होता है लेकिन शत्रुओं से परेशान रहता है।
   कान पर तिल मतलब अल्पायु होना।।
    गर्दन पर ठीक सामने तिल का मतलब वह भाग्यशाली होता है।
    गर्दन के पीछे तिल मतलब वह गुस्सैल होगा।
    दाहिना बांह पर तिल मतलब बुद्धिमान और चालाक इंसान है। बायां बांह पर तिल मतलब भौतिक सुखों की कामना करता है लेकिन सामान्य जीवन व्यतीत करते हैं।
  दाहिना हथेली पर तिल हो तो बलवान और पीछे हो‌ तो धनवान होता है। बायें हथेली ‌‌‌‌‌‌‌‌पर खर्चीला और पीछे हो‌ तो कंजूस।
‌ ‌‌‌ केहुनी पर‌ तिल का मतलब ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌विद्वता है।
    बायीं‌ छाती‌ पर‌ तिल मतलब ‌‌‌‌‌‌‌‌उसकी‌ शादी अधिक उम्र में होगी। दाहिना छाती‌ में तिल मतलब वह‌‌ धनवान होगा और ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌जीवनसाथी‌ सुयोग्य‌ मिलता है।
 ‌ पेट पर तिल का का‌ होना ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌ दुर्भाग्य का‌‌ सुचक‌ होता है ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌ लेकिन नाभी‌ के ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌आस पास तिल है मतलब धन संपत्ति ‌‌‌‌‌‌‌का‌‌ योग होता है।
   पीठ पर‌ जिसके तिल हो‌ वह‌‌ आदमी खुब‌ कमाता है और‌ खर्च‌ करता है।
    दाहिना ‌‌‌‌‌पैर पर‌ तिल का मतलब वह‌ आदमी ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌ अपने काम के दौरान यात्रा बहुत करता ‌‌‌‌‌और‌ सफल‌ होता है।बायें‌ पैर में ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌ तिल‌ का मतलब ‌‌‌‌‌‌‌ बिना‌ कोई काम‌ के यात्रा ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌ करता है।
   बायां जांघ पर तिल का मतलब वह आदमी भोगी होगा।
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