4 मार्च को महाशिवरात्रि की तैयारी पूरी हो चुकी है। भगवान भोलेनाथ भक्तों की पुकार जल्दी सुन लेते हैं। उनको मन से पूजा जाय तो तुरंत प्रसन्न हो जाते हैं। इस दिन सब शिवालयों में भजन, पूजा- अर्चना होती है।भांग का प्रसाद चढ़ाते हैं,पुरे दिन उपवास रखते हैं। इस बार प्रयागराज में चल रहे कुंभ का आखरी शाही स्नान है और इसी दिन कुंभ मेला समाप्त हो जाएगा। सोमवार को पड़ने के कारण और भी खास हो जाता है।
महाशिवरात्रि का शुभ मुहूर्त
महाशिवरात्रि का शुभ मुहूर्त 4 मार्च 4.28 से शुरू हो रहा और 5 मार्च सुबह 7.28 पर खत्म होता है।
महाशिवरात्रि पर पूजा विधि
महाशिवरात्रि के दिन सुबह स्नान ध्यान कर के पास के किसी शिवाला में जाकर शहद मिला हुआ दूध या पानी चढ़ाएं। शिवलिंग पर सिंदूर चढ़ाएं। बेलपत्र, पान के पत्ते,भांग, धतुरा और फूल चढ़ाएं। फिर घी का दीपक जलाएं। अनाज और फल चढ़ाएं। ऊं नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। अगर ये सब संभव नहीं है तो गंगा जल अवश्य चढ़ाएं।
महाशिवरात्रि पर शिव जी का मंत्र
1. मन्दारमालांकलितालकायै कपालमालांकितशेखराय।
दिव्याम्बरायै च दिगम्बराय नमः शिवायै च नमः शिवाय।।
2. ऊं ऐं ह्लीं शिव गौरीमव ह्रीं ऐं ऊं
3. महामृत्युंजय मंत्र- ।ऊं हौं जूं स: ऊं भूर्भुव स्व: ऊं त्र्यम्बकं यजामहे सुगंधि पुष्टि वर्धनम उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊं स्व: भुव: भू: ऊं स: जूं हौं ऊं।।
4. नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वराय।
नित्याय शुद्धाय दिगंबराय तस्मे न काराय नमः शिवाय।।
मंदाकिनी सलिल चन्दन चर्चिताय नंदीश्वर प्रमथनाथ महेश्वराय। मंदारपुष्प बहुपुष्प सुपूजीताय तस्मे म कराय नमः शिवाय।। शिवाय गौरी वदनाब्जवृंद सूर्याय दक्षाधवरनाशकाय। श्री नीलकंठाय वृषभद्धजाय तस्मै शि कराय शि काराय नमः शिवाय।। अवन्तिकायां विहितावतारं मुक्तिप्रदानाय च सज्जानाम्। अकालमृत्यो: परिरक्षणार्थं वन्दे महाकालमहासुरेशं।।
5. दर्शनं बिल्वपत्रस्य स्पर्शनं पापनाशनम्।
अघोरपापसंहारं बिल्वपत्रं शिवार्पणम्।।
भगवान शिव के ये सब मंत्र आपको सुख संपन्न, भय से मुक्त रखते हैं।
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