कुंभ स्नान करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान अवश्य रखें

     कुंभ मेला शुरू हो गया है।‌ मकर संक्रांति से ही बहुत लोग कुंभ नहाने हरिद्वार पहुंच गए लेकिन शाही स्नान 27 फरवरी महाशिवरात्री से शुरू होगी। हिंदू धर्म में कुंभ मेला का बहुत बड़ा आस्था है इस‌ कुंभ मेला में लाखों करोड़ों लोग जुटते हैं। धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ होता है कुंभ मेला, इसमें नहाने के लिए साधू, नागा साधु, अखाड़े के महामंडलेश्वर, और सामान्य लोग भी शामिल होते हैं।  हम इस पोस्ट में कुंभ मेला जाते समय और कुंभ स्नान करते समय किन‌ किन बातों का ध्यान रखना चाहिए हम बताने जा रहे हैं। पोस्ट अच्छा लगे तो लाइक कमेंट और शेयर करें। सब्सक्राइब भी करें।

कुंभ मेला के बारे में विस्तार से जानें

        कुंभ स्नान करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान अवश्य रखें.....


        कुंभ मेला में बहुत से साधु संत स्नान करते हैं, माना जाता है कि जब कुंभ स्नान करते हैं तो हमारे सारे पाप धुल जाते हैं। इसलिए जीवन में कम से कम 4 कुंभ स्नान अवश्य करें।

       कुंभ स्नान करने जाएं तो तेल, साबून, सैंपू कुछ नहीं लगाएं।‌इससे जल गंदा भी होता है और वही अगल‌ बगल लोगों को परेशानी होती है।

       कुंभ स्नान करने से पहले मां गंगा को प्रणाम कर तब पानी में घुसें और पानी में अपने परिवार के सभी सदस्यों के ना से एक डुबकी मार लें। 

       किसी पवित्र जगह स्नान करते समय वहां कुल्ला, शौच, मन में बुरा ख्याल, किसी को बुरे नजर से देखना, कंघी कर बाल डालना ये सब नहीं करें।

       अगर संभव हो तो पति पत्नी एक साथ ही, मन में मां गंगा की आस्था रख डुबकी मारें। 

      सुर्योदय से पूर्व ही स्नान करें। कुंभ स्नान करने जाएं तो एक कोई बुरी आदत अवश्य छोड़े। मां गंगा की फूल और कुछ सिक्के डाल अवश्य पूजा करें। 

      नाभि तक पानी में ही डुबकी मारें। पुलिस ‌खतरे के निशान तक जाने नहीं देती है इसलिए प्रयास करें उधर ना जाएं। कोई खतरा दिखाई दे तो हर जगह पुलिस मौजूद रहती तुरंत सुचित करें।

        कुंभ मेला जाते समय इन बातों का ध्यान रखें, रास्ते में कोई दिक्कत नहीं होगी.....


       कुंभ स्नान को जाएं तो सबसे पहले उस जगह, एरिया के बाद में जान लें। आजकल तो मोबाइल का युग है वहां हर रास्ते और जगहों के बारे में अच्छी तरह सर्च कर लें।

       कुंभ मेला की पैकिंग में सामान एकदम कम लें। अगर अकेले है तो सबसे बड़ी प्रोब्लम होती है सामान सुरक्षा का और दूसरा अगर ग्रुप में है भी तो सामान ढोना सबसे मुश्किल हो जाता है। मेला के कारण आपको दूर ही उतरना पड़ता है भाड़ी सामान लेकर चलना मुश्किल होता है।

        इसलिए यात्रा के लिए निकले तो पुरूष है तो 2-2 टीसर्ट और पजामा और दो दो इधर लें। एक पतला सा तौलिया जो जल्दी सुखे। महिला है तो वो सुट या साड़ी दो दो रखें। ब्लाउज ऐसा कलर रख लें जो आपकी दो सारी की मैच हो। कंबल पतला वाला एक या चादर रख लें एक स्वेटर जिसे पहन आप चल सकें।
       एक इस तरह का पर्स रखें जो कमर में बंधा रहता है। इसमें बहुत सारी जेब होती, मोबाइल, घड़ी, चार्जर और पावर बक सब रख चल सकते हैं। 

       पैसे हमेशा अलग अलग जगह रखें। मेले में चोरों की संख्या भी बहुत होती है। जब कहीं निकले तो साथियों से कह‌ दे कि जो इधर उधर हुए तो फलां जगह पर आ जाना।

     सरकार हर जगह खोया पाया का बोर्ड की व्यवस्था रखती वो सब देख कर रखें। वहां अगर कोई खो गया तो वहां से आवाज लगवा दें।

       रास्ते के‌ लिए खाना‌ पीना कम ही लें।‌ कुछ सुखा फल, चुरा भून लें, मुंगफली भून कर, चना गुड़ लें, रात में किसी बोतल में डाल सुबह वहीं गुड़ के साथ लें लें। जहां अच्छा और बजट का खाना‌ दिखे भरपेट एक बार खा‌ लें फिर पास में रखे वाला खा लें। ‌
     

     कुंभ अवश्य नहाएं इससे बहुत पुण्य मिलता है। कुंभ संबंधित और जानकारी के लिए हमसे जुड़ें रहे।

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