जब जब पृथ्वी पर अधर्म बढ़ा है भगवान हर युग में धर्म की रक्षा करने पृथ्वी पर प्रकट हुए हैं। जैसे द्वापर युग में भगवान विष्णु ने कृष्ण का अवतार लिया, त्रेता युग में भगवान राम का अवतार लिया। भगवान राम के जन्म के शुभ अवसर पर राम नवमी मनाया जाता है। भगवान राम का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था। पुरे भारत में यह धुमधाम से मनाया जाता है।
राम नवमी 2020 कब है....
रामनवमी 2020 इस बार 2 अप्रैल को होगी। पूजा का शुभ मुहूर्त 11.10 से 01. 38 है। इस दिन लोग अपने घरों या हनुमान मंदिर में ध्वजा / पताका फहराते हैं। प्रसाद में चुरमा, लड्डु भगवान को अर्पित किया जाता है।
" नवमी तिथि मधुमास पुनीता,
शुक्ल पक्ष अभिजीत नव प्रीता,
मध्य दिवस अति शीत न घामा,
पवन काल लोक विश्रामा।
राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं "
रामनवमी के समय दुर्गा पाठ भी किया जाता है। दुर्गा पूजा का हवन इसी दिन होता है, नौ दिन पाठ करने के बाद। इस दिन पूजा हवन के बाद कन्या पूजन किया जाता है। राम मंदिर में लोग दर्शन और ध्वजा फहराने जाते हैं।
" नवमी तिथि मधुमास पुनीता,
शुक्ल पक्ष अभिजीत नव प्रीता,
मध्य दिवस अति शीत न घामा,
पवन काल लोक विश्रामा।
राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं "
रामनवमी के समय दुर्गा पाठ भी किया जाता है। दुर्गा पूजा का हवन इसी दिन होता है, नौ दिन पाठ करने के बाद। इस दिन पूजा हवन के बाद कन्या पूजन किया जाता है। राम मंदिर में लोग दर्शन और ध्वजा फहराने जाते हैं।
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