4 अगस्त को friendship day है। इसमें अपने खास दोस्तों को बधाई देते हैं। उनके लिए कुछ special करते हैं। दोस्त जिसके लिए हर शब्द छोटा पड़ जाता है। दुनिया के हर छोटे बड़े सभी के जिंदगी में कोई ना कोई एक शख्स ऐसा होता है जो उनके हर problem में, हर खुशी में उनका साथ देता।वही सच्चा दोस्त होता जो हर अच्छे बुरे समय में साथ देता।
दोस्ती का वैसे कुछ खास दिन तो नहीं होता, जब दोस्त मिल जाए वही दिन सबसे खास है। लेकिन एक दोस्त की याद में अगस्त के पहले रविवार को पुरे दुनिया में फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है। आइए जानते हैं वो कहानी जब फ्रेंडशिप डे की शुरुआत कहां और कैसे हुई....
फ्रेंडशिप डे से जुड़ी बहुत सारी कहानी है..एक कहानी के अनुसार "सन् 1935 में एक बार एक आदमी ने कोई गुनाह किया था। अमेरिका के उस व्यक्ति को जुर्म की सजा के तौर पर मौत की सजा सुनाई गई। जो उसके दोस्त को सहन नहीं हो रहा था। जब उसको फांसी हो गई तो इस दोस्त ने भी आत्महत्या कर ली। वह तारीख तब से अमर हो गया, उस दिन अगस्त का पहला रविवार था। तब से वहां की सरकार ने उस दोस्त की याद में फ्रेंडशिप डे मनाने का निर्णय लिया।
जब हम छोटे थे तो कैसे दोस्तों के साथ हर गम को भुला उनके साथ मस्ती करने में लग जाते थे। क्यों ना इस बार भी फिर सारे दोस्त एक साथ आए। सोशल मीडिया बहुत अच्छा प्लेटफार्म मिला है, जहां हम कब के बिछड़े हुए दोस्तों को खोज कर फिर से वही मस्ती कर सकते हैं।
बस सारे दोस्त उसी स्कुल में मिलने का प्रोग्राम बनाए और अपने पुराने यादों में खो जाएं। ना तब सभी अपने पुराने अड्डे पर मिल कर पिज्जा पार्टी मना सेलीब्रेट करें। समोसा पार्टी करें। एक साथ मुवी प्लान कर सकते हैं। एक साथ कहीं बाहर घूमने का प्रोग्राम बनाए। जो करें बस इस दिन सब दोस्त मिले एक दूसरे का हालचाल जानें। एक दूसरे का दूख दर्द बांटे।
एक दोस्त में पुरी दुनिया होती है। तो इस 4 अगस्त अपने दोस्तों के साथ खुब इंजाय करें। Happy friendship day
दोस्ती का वैसे कुछ खास दिन तो नहीं होता, जब दोस्त मिल जाए वही दिन सबसे खास है। लेकिन एक दोस्त की याद में अगस्त के पहले रविवार को पुरे दुनिया में फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है। आइए जानते हैं वो कहानी जब फ्रेंडशिप डे की शुरुआत कहां और कैसे हुई....
फ्रेंडशिप डे से जुड़ी बहुत सारी कहानी है..एक कहानी के अनुसार "सन् 1935 में एक बार एक आदमी ने कोई गुनाह किया था। अमेरिका के उस व्यक्ति को जुर्म की सजा के तौर पर मौत की सजा सुनाई गई। जो उसके दोस्त को सहन नहीं हो रहा था। जब उसको फांसी हो गई तो इस दोस्त ने भी आत्महत्या कर ली। वह तारीख तब से अमर हो गया, उस दिन अगस्त का पहला रविवार था। तब से वहां की सरकार ने उस दोस्त की याद में फ्रेंडशिप डे मनाने का निर्णय लिया।
जब हम छोटे थे तो कैसे दोस्तों के साथ हर गम को भुला उनके साथ मस्ती करने में लग जाते थे। क्यों ना इस बार भी फिर सारे दोस्त एक साथ आए। सोशल मीडिया बहुत अच्छा प्लेटफार्म मिला है, जहां हम कब के बिछड़े हुए दोस्तों को खोज कर फिर से वही मस्ती कर सकते हैं।
बस सारे दोस्त उसी स्कुल में मिलने का प्रोग्राम बनाए और अपने पुराने यादों में खो जाएं। ना तब सभी अपने पुराने अड्डे पर मिल कर पिज्जा पार्टी मना सेलीब्रेट करें। समोसा पार्टी करें। एक साथ मुवी प्लान कर सकते हैं। एक साथ कहीं बाहर घूमने का प्रोग्राम बनाए। जो करें बस इस दिन सब दोस्त मिले एक दूसरे का हालचाल जानें। एक दूसरे का दूख दर्द बांटे।
एक दोस्त में पुरी दुनिया होती है। तो इस 4 अगस्त अपने दोस्तों के साथ खुब इंजाय करें। Happy friendship day
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