मुंगफली की कहानी और फायदे

     शाम में जब कुछ हल्का खाने का मन करता है तो कभी भूजा हुआ मुंगफली तो कभी उसका बटर ब्रेड पर लगा कर खा लेते। पेट को रात तक के लिए व्यवस्था हो जाता है। ठंड के समय में रजाई में घुसे-घुसे मुंगफली छिलना और खाना, सबके पसंद का काम होगा। रेल में सफर के दौरान टाइम पास के नाम से बेचा जाता है। लेकिन क्या आपको पता है इसमें कितने फायदे हैं प्रोटीन से भरपूर है ये..

     यह तिलहन फसल‌ है।‌ इसकी उत्पत्ति ब्राजील (उत्तरी अमेरिका) माना जाता है। इसको शुरू में गर्म मौसम चाहिए फिर पकते समय ठंड का। इसलिए अभी मई से अगस्त तक खेतों में लोग लगाने लगते हैं फिर नवंबर से जनवरी तक खोदा जाता है। इसके लिए ज्यादा बारिश का भी जरुरत नहीं होता है।‌ 6 महीने इसे पकने में लगता है। इसका पौधा छोटा होता है। यह आलू के जैसे जमीन के अंदर फली लगता है।

     मुंगफली में प्रोटीन के साथ साथ फाइबर,आयरन, कैल्शियम,  विटामिन ई, फोस्फोरस, मैग्नीज, फोलेट, नियासिन सब अच्छी मात्रा में पाया जाता है। मुंगफली हृदयरोग के ख़तरों को कम करता है, वजन कम करने में सहायक है,  डायबिटीज को नियंत्रित करता, मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है।

     100 ग्राम कच्ची मूंगफली में 1 लिटर जितना प्रोटीन रहता है। मूंगफली में प्रोटीन 25% ज्यादा होता उतना ही मछली, मांस अंडे में प्रोटीन 10% से ज्यादा नहीं होता। आइए मूंगफली के फायदे जानें.....

  *  गर्भवती महिलाओं को इसके सेवन से बहुत फायदा होता है। बच्चे का विकास बेहतर तरीके से होता है।
  *   मुंगफली में एक खास विटामिन H होता है, जो बाल, नाखुन और स्कीन के लिए बहुत फायदेमंद है।
  * डायबिटीज़ या टायप २ के डायबिटीज रोगियों को भी फायदा होता। 50 ग्राम रोज मुंगफली खाने से खून में चीनी कंट्रोल रहती।
   *  सर्दी खांसी में बहुत आराम देता है मूंगफली। यह ठंड में शरीर को गर्म रखता है। यह फेफड़ों को भी मजबूत बनाता है।
  *  सप्ताह में दो चम्मच पीनट बटर अवसाद को दूर करता है।


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