काजू हम लोग बाजार से बहुत आसानी से ले आते हैं लेकिन कभी सोचे है कि काजू बनता कैसे है। इसे आसानी से पेड़ पर से नहीं तोड़ लेते इसका प्रोसेस बहुत मुश्किल और जानलेवा होता है। आइए काजू की कहानी जन्म से प्लेट में परोसे जाने तक पुरी जानते हैं।
काजू का परिचय
काजू ब्राजील की उत्पत्ति है। आजकल काजू पुरी दुनिया में उगाया जाता है। झारखंड के जामताड़ा में भी काजू बहुत होती है। काजू सूखे मेवे परिवार से आता है। वैसे तो ये बहुत महंगा फल है लेकिन ये रोज खाने से दवाई के पैसे भी बचाता है। इसलिए इसे Dry fruits का राजा भी कहते हैं। यह ऊर्जा का अच्छा स्रोत है। इससे शरीर में एनर्जी बनी रहती है। इसमें प्रोटीन भी पाया जाता है। कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है। हड्डियां मजबूत होती है। पाचनशक्ति मजबूत होती है।
काजू का परिचय
काजू ब्राजील की उत्पत्ति है। आजकल काजू पुरी दुनिया में उगाया जाता है। झारखंड के जामताड़ा में भी काजू बहुत होती है। काजू सूखे मेवे परिवार से आता है। वैसे तो ये बहुत महंगा फल है लेकिन ये रोज खाने से दवाई के पैसे भी बचाता है। इसलिए इसे Dry fruits का राजा भी कहते हैं। यह ऊर्जा का अच्छा स्रोत है। इससे शरीर में एनर्जी बनी रहती है। इसमें प्रोटीन भी पाया जाता है। कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है। हड्डियां मजबूत होती है। पाचनशक्ति मजबूत होती है।कैसे बनता है
काजू का पेड़ जंगल या फार्म में उगाया जाता है। काजू को लगाने का सबसे अच्छा समय बारिश का होता है। अप्रैल- मई के महीने में खेत की 2-3 बार जुताई कर गड्डा कर छोड़ दिया जाता है। फिर मानसुन में पेड़ लगाया जाता है पहले दो साल फूल को तोड़ के फेंक देते हैं तीसरे साल से फल लगने छोड़ दिया जाता है।20वें साल तक ये बहुत अच्छी कमाई देने लगता है। इसका फल किडनी के आकार का होता है।
इसके गिरे हुए फलों को पहले चुना जाता है। फिर किडनी वाले सेप से बाहर निकाला जाता है। और दो तीन दिनों तक धुप में सुखाया जाता है। फिर उनको पानी में डालते हैं जो काजू परिपक्व होते हैं वो नीचे बैठ जाते हैं और जो खाली रहता वो ऊपर रह जाता है। फिर उन सब को स्टीम में रोस्ट किया जाता है। उसके बाहर का छिलका बहुत कड़ा होता है, उसे हाथ से या पैर वाली मशीन से अलग किया जाता है।
काजू के इस प्रोशेस में गिरी के अंदर एक लिक्विड होता है जो हमारे शरीर को बहुत हानि पहुंचाता है। यह शरीर में प्रवेश कर कैंसर जैसी बिमारी दे सकता है। फिर इसको 80-85 ° तक टेंपरेचर पर गर्म किया जाता जिससे ये लिक्विड उड़ जाता है। फिर छोटी चाकू से इसमें लगे छिलके को उतारा जाता है। और फिर सुगंधित धुआं लगाकर पैकिंग के लिए तैयार हो गया।
2 Comments
https://www.onlyhealthfitness.in/2020/08/kya-hai-benefits-aam-ke.html?m=1
ReplyDeleteBahut achha article lika h aapne muje bahut pasnd aaya hai isliye mene aapki website ko subscribe bi kar liya hai.
ReplyDeleteaam ke fayde in hindi