1984 के दंगे के फैसले ने कांग्रेस के जीत का जश्न फीका कर दिया

    1984 के सिक्ख दंगों के फैसले ने कांग्रेस के लिए कहीं खुशी तो कहीं गम वाली स्थिति में ला दिया है।एक ओर जहां मध्य‌ प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने का जश्न मना रही वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के नेता और पूर्व सांसद सज्जन कुमार को दोषी ठहराते हुए सुप्रीम कोर्ट ने आजीवन कारावास के सजा से दुखी मना रहे।
1984 के दंगे के फैसले ने कांग्रेस के जीत का जश्न फीका कर दिया

   कोर्ट ने सज्जन कुमार को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा और 5 लाख का जुर्माना लगाया है। निचली अदालत में तो सज्जन कुमार बरी हो गए थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट में...
1984 के दंगे के फैसले ने कांग्रेस के जीत का जश्न फीका कर दिया

     सज़्जन कुमार ने हत्या, साजिश,दंगा भरकाने और भड़काऊ भाषण देने का दोषी पाया गया। जैसे ही जस्टिस एस.मुरलीधर और विनोद गोयल का फैसला आया,एच एस फुल्का सहित कई वकील रो पड़े।

    एच एस फुल्का और शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कोर्ट से निकल कर एक दूसरे को गले लगाया और कहा कि " हमें इंसाफ देने के लिए हम कोर्ट का शुक्रिया अदा करते हैं... लेकिन हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक सज्जन कुमार और जगदीश टाइटलर को फांसी नहीं दी जाती है और गांधी परिवार को घसीट कर कोर्ट में नहीं लाया जाता और उन्हें जेल में नहीं डाल दिया जाता...


 

 





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