हरश्रृंगार के पत्तों से इलाज


      दुर्गा पूजा के समय गुलाबी डंटी और उजला रंग का फूल बहुत देखने को मिलता है। यह हरश्रृंगार का फूल है इसका फूल,पत्ता,बीज सभी फायदेमंद होता है। इसकी चाय, न केवल स्वाद में बेहतरीन होती है बल्कि सेहत के गुणों से भी भरपूर है ।इस चाय को आप अलग-अलग तरीकों से बना सकते हैं और सेहत व सौंदर्य के कई फायदे पा सकते हैं।

       जानें इसके फायदे किस-किस बीमारी में होते हैं...

     1. हरसिंगार के 6 से 7 पत्ते तोड़कर इन्हें पीस लें। पीसने के बाद इस पेस्ट को पानी में डालकर तब तक उबालें जब तक कि इसकी मात्रा आधी न हो जाए। अब इसे ठंडा करके प्रतिदिन सुबह खाली पेट पिएं।नियमित रूप से इसका सेवन वर्षों पुराना गठिया के दर्द में भी निश्चित रूप से लाभ देता है।
 
       2.कई बार डेंगू जाने के बाद भी शरीर में दर्द बना रहता है। ऐसे केसे में आप हरसिंगार की पत्ते का काढ़ा इस्तमाल करें, 10-15 दिन मे ठीक हो जायेगा।

      3.हरसिंगार का ऑयल ब्लैकहेड्स और पिंपल को भी दूर करने में बहुत सहायक होता है।इसके तेल से मसाज करने पर त्‍वचा में लचीलापन आता है और त्‍वचा की नमी हमेशा बरकरार रहती है।

      4.इसके फूल ठण्डे दिमाग वालों को शक्ति देता है और गर्मी को कम करता है।

       5. हरश्रृंगार के पत्तों के रस से पीने से रोगी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। हर प्रकार के रोग से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।


     6. हृदय रोगों के लिए हरसिंगार शरीर हर प्रकार के रोग से लड़ने में सक्षम होता है। इसके अलावा पेट में कीड़े होना, गंजापन, स्त्री रोगों में भी बेहद फायदेमंद है। प्रयोग बेहद लाभकारी है। इस के 15 से 20 फूलों या इसके रस का सेवन करना हृदय रोग से बचाने में कारगर है।

      7. हरश्रृंगार के पत्तों का जूस पीने से खून साफ होता है और खून संबंधी विकारों का भी नाश होता है। इसका जूस खून में मौजूद सभी कीटनाशक पदार्थ का विनाश कर खून का साफ करती है।
   
     8.हरसिंगार के पत्तियों में बीमारियों को ठीक करने के गुण होते हैं जिससे यह मलेरिया परजीवी (parasites) को खत्म करने में मदद करती हैं।

      9.बबासीर के लिए हरसिंगार के बीज रामबाण औषधि माने गए हैं इसके एक बीज का सेवन प्रतिदिन किया जाये तो बवासीर रोग ठीक हो जाता है। यदि गुदाद्वार में सूजन या मस्से हों तो हरसिंगार के बीजों का लेप बनाकर गुदा पर लगाने से लाभ होता है।

      10.हरसिंगार की चाय बनाने के लिए इसकी दो पत्तियां और एक फूल के साथ तुलसी की कुछ पत्त‍ियां लीजिए और इन्हें 1 गिलास पानी में उबालें। जब यह अच्छी तरह से उबल जाए तो इसे छानकर गुनबुना या ठंडा करके पी लें। आप चाहें तो स्वाद के लिए शहद या मिश्री भी डाल सकते हैं। यह खांसी में फायदेमंद है।

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