कार्तिक मास आरंभ, जानिए इस महीने के व्रत और त्योहार कब है

        आज यानी 21 अक्टूबर से कार्तिक मास आरंभ हो गया है। कार्तिक मास 21 अक्टूबर से शुरू हो 19 नवंबर तक चलेगा, इस महीने में भगवान पुरी दुनिया पर अपनी कृपा और आशीर्वाद की वर्षा करते हैं।माता लक्ष्मी स्वयं इस महीने धरती पर उतर कर घुमती है और भक्तों पर अपार धन का आशीर्वाद देती। इस महीने भगवान विष्णु 4 महीने की नींद से जागते हैं। इस महीने में धर्म, दान, तुलसी पूजा के नियम, सुर्योदय से पहले स्नान और आंवला पूजन का विशेष महत्व है। इस महीने धनतेरस, दिवाली, गोवर्धन पूजा, छठ,आंवला नवमी, देव उठनी एकादशी, बैकुंठ चतुर्दशी और भी बहुत सारे व्रत त्योहार है। आइए पहले ‌‌‌व्रत त्योहार की पुरी लिस्ट देखें।

      कार्तिक मास आरंभ, जानिए इस महीने के व्रत और त्योहार कब है...


        24 अक्टूबर रविवार - करवाचौथ और संकष्टी चतुर्थी

       28 अक्टूबर गुरुवार - अहोई अष्टमी

       01 नवंबर सोमवार - रमा एकादशी

       02 नवंबर मंगलवार - प्रदोष व्रत, धनतेरस

       03 नवंबर बुधवार - नरक चतुर्दशी, छोटी दीपावली

       04 नवंबर गुरुवार - दीपावली, स्नान दान अमावस्या

      05 नवंबर शुक्रवार - गोवर्धन पूजा

       06 नवंबर शनिवार - चित्रगुप्त पूजा, भाई दूज, यम द्वितीया

      07 नवंबर रविवार - छठ पूजा का पहला दिन नहाय खाय

       08 नवंबर सोमवार - खरना, विनायक चतुर्थी

       09 नवंबर मंगलवार- छठ पूजा का पहला अर्घ्य

      10 नवंबर बुधवार- छठ पूजा का दुसरा अर्घ्य

       11 नवंबर शुक्रवार - गोपाष्टमी

      12 नवंबर शनिवार - आंवला नवमी

      15 नवंबर सोमवार- देव उठनी एकादशी, तुलसी विवाह

      16 नवंबर मंगलवार - भौम प्रदोष, चातुर्मास खत्म

      17 नवंबर गुरुवार - बैकुंठ चतुर्दशी

      19 नवंबर गुरुवार - कार्तिक पूर्णिमा


         कार्तिक मास में करें ये उपाय.......

    * कार्तिक मास में शास्त्र के अनुसार सबसे अच्छा ‌‌‌काम दीपदान बताया गया है। इसलिए आसपास के किसी नदी या तालाब में दीपदान अवश्य करें।
   
     * इस महीने में तुलसी पूजन का विशेष महत्व है। सुबह में जल और शाम में दिया अवश्य जलाएं तुलसी के पौधे में।
  
      * शाम के समय भगवान विष्णु को स्मरण कर तिल के तेल का दिया जलाएं, धन की कमी नहीं हौगी।
‌ ‌‌‌    * इस महीने आस पास के नदी, तालाब के घाटों की साफ सफाई करने से भगवान की कृपा प्राप्त होती।
   
   * इस महीने प्याज, लहसुन, मांस, मदीरा, उड़द, मुंग, मटर, राई ये सब नहीं खाना चाहिए।
  
     * जहां तक हो सके ब्रह्मचैर्य का पालन करें। 
   
    * इस माह दही, करेला, बैंगन नहीं खाना चाहिए और जीरा, मुली खा सकते हैं।



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