मौसम और मसाले का रिश्ता बहुत पुराना है। हम लोग को मौसम के हिसाब से खाने में मसाला का प्रयोग करते हैं। ठंड और बारिश में तेज मसाले खाने का मन करता है। गर्मी में हल्का मसाला खाना चाहिए जो हमारे लिए फायदेमंद है। अभी बारिश का मौसम चल रहा जिसमें हम सबसे ज्यादा बीमार पड़ते हैं। आइए कुछ ऐसे मसालों के बारे में जानें जो हमें मौसम की मार से बचाएं....
दालचीनी- बरसात के समय में दालचीनी हमें बहुत फायदा पहुंचाता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। यह गले को ठीक रखता है। यह सर्दी खांसी में लाभ देता है। बारिश में जब हल्की हल्की ठंड का अहसास होता यह हमारे शरीर को गर्म रखता है। इसलिए हमारे खाने में दालचीनी का इस्तेमाल करना चाहिए।
जीरा- जीरा के बिना हमारा रसोई अधुरा है, जैसे तड़का लगाने में जीरा जरुरी है वैसे ही यह हमारे स्वास्थ्य को भी तड़का लगा देता है। जीरा में आयरन की मात्रा अधिक होती है। जिस कारण यह पचाने में बहुत सहायक होता है। बरसात के मौसम में अक्सर हमें अपच की शिकायत होती है। इसमें विटामिन ई भी मौजूद रहता जिस कारण हमारे स्किन को सही रखता।
काली मिर्च - यह सर्दी, खांसी, अपच के लिए बहुत फायदेमंद है। काली मिर्च में पाइपरीीन नामक तत्व पाया जाता है जो मेेाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है। जो पाचनतंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता। यह देखने में तो छोटा होता है लेकिन गुण बहुत होते हैं। इसमें मौजूद गुण जो हमारे शरीर में मौजूद म्युकस यानी चिपचिपा पदार्थ को बाहर निकालता है। जिससे साइनस, कफ, सर्दी खांसी में लाभ होता है
लौंग - बरसात में वायरल इंफेक्शन का खतरा बहुत बढ़ जाता है। जिसे ठीक करने में लौंग सहायक है। बारिश के मौसम में नमी के कारण फंगल इंफेक्शन भी बहुत होता है इसमें लौंग का तेल बहुत फायदेमंद होता है।
हल्दी - हल्दी तो भारतीय खाने की शान है। इसके बिना खाने की तो बात ही नहीं हो। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल दोनों गुण पाए जाते हैं। बारिश के मौसम में वायरल अटैक जल्दी जल्दी करता है। मतलब यह रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इस मौसम में रोज रात को सोते समय हल्दी और दूध का सेवन करना चाहिए।
दालचीनी- बरसात के समय में दालचीनी हमें बहुत फायदा पहुंचाता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। यह गले को ठीक रखता है। यह सर्दी खांसी में लाभ देता है। बारिश में जब हल्की हल्की ठंड का अहसास होता यह हमारे शरीर को गर्म रखता है। इसलिए हमारे खाने में दालचीनी का इस्तेमाल करना चाहिए।
जीरा- जीरा के बिना हमारा रसोई अधुरा है, जैसे तड़का लगाने में जीरा जरुरी है वैसे ही यह हमारे स्वास्थ्य को भी तड़का लगा देता है। जीरा में आयरन की मात्रा अधिक होती है। जिस कारण यह पचाने में बहुत सहायक होता है। बरसात के मौसम में अक्सर हमें अपच की शिकायत होती है। इसमें विटामिन ई भी मौजूद रहता जिस कारण हमारे स्किन को सही रखता।
काली मिर्च - यह सर्दी, खांसी, अपच के लिए बहुत फायदेमंद है। काली मिर्च में पाइपरीीन नामक तत्व पाया जाता है जो मेेाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है। जो पाचनतंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता। यह देखने में तो छोटा होता है लेकिन गुण बहुत होते हैं। इसमें मौजूद गुण जो हमारे शरीर में मौजूद म्युकस यानी चिपचिपा पदार्थ को बाहर निकालता है। जिससे साइनस, कफ, सर्दी खांसी में लाभ होता है
लौंग - बरसात में वायरल इंफेक्शन का खतरा बहुत बढ़ जाता है। जिसे ठीक करने में लौंग सहायक है। बारिश के मौसम में नमी के कारण फंगल इंफेक्शन भी बहुत होता है इसमें लौंग का तेल बहुत फायदेमंद होता है।
हल्दी - हल्दी तो भारतीय खाने की शान है। इसके बिना खाने की तो बात ही नहीं हो। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल दोनों गुण पाए जाते हैं। बारिश के मौसम में वायरल अटैक जल्दी जल्दी करता है। मतलब यह रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इस मौसम में रोज रात को सोते समय हल्दी और दूध का सेवन करना चाहिए।
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