गुप्त नवरात्रि

गुप्त नवरात्रि की आगमन तिथि ओर जानकारी ।। माना जाता है इस गुप्त नवरात्रि में किया गया कोई भी शुभ कार्य कई गुना फल दायक होता है इन नवरात्रि की सभी साधक लोग बड़े समय से प्रतीक्षा करते रहते है ताकि वह इस समय को जाने ना दे किन्तु इस गुप्त नवरात्रि में इस बार एक बदलाव है जिस दिन से शुरू हो रही है उसदिन अमावस्या है जो कि अपने मे एक दुर्लभ संजोग है जिसका फल और कई गुना बढ़ जाता है इस बार नवरात्र में पुष्य नक्षत्र के साथ ही सर्वाथ सिद्धि योग भी रहेगा। क्योंकि नवरात्र की शुरुआत जहां पुष्य नक्षत्र में होगी, वहीं‌ 21 जुलाई को सर्वाथ सिद्धि योग, रवियोग, अमृत सिद्धि योग में नवरात्र खत्म होगा। इस बार गुप्त नवरात्रि पर गजब का संयोग बन रहा है सर्वाथ सिद्धि योग Aarohi k 51 मिनट पहले स्रोत से पढ़ें गुप्त नवरात्रि की आगमन तिथि ओर जानकारी ।। माना जाता है इस गुप्त नवरात्रि में किया गया कोई भी शुभ कार्य कई गुना फल दायक होता है इन नवरात्रि की सभी साधक लोग बड़े समय से प्रतीक्षा करते रहते है ताकि वह इस समय को जाने ना दे किन्तु इस गुप्त नवरात्रि में इस बार एक बदलाव है जिस दिन से शुरू हो रही है उसदिन अमावस्या है जो कि अपने मे एक दुर्लभ संजोग है जिसका फल और कई गुना बढ़ जाता है इस बार नवरात्र में पुष्य नक्षत्र के साथ ही सर्वाथ सिद्धि योग भी रहेगा। क्योंकि नवरात्र की शुरुआत जहां पुष्य नक्षत्र में होगी, वहीं‌ 21 जुलाई को सर्वाथ सिद्धि योग, रवियोग, अमृत सिद्धि योग में नवरात्र खत्म होगा। जो व्यक्ति सांसारिक सुख,भोग विलास के साधन, निरोग जीवन, सुख-समृद्धि पाना चाहते हैं वो नौ दिनों तक दुर्गा सप्तशती का पाठ जरुर करे ं। कन्या को भोजन कराएं, दक्षिणा दें। 13 जुलाई - पहला नवरात्रा ओर घट स्थापना ( माँ शैलपुत्री पूजा ) 14 जुलाई - दूसरा नवरात्रा ( माँ बरहमचारणी पूजा ) 15 जुलाई - तीसरा नवरात्रा ( माँ चंद्रघंटा पूजा ) 16 जुलाई - चौथा नवरात्रा ( माँ कुष्मांडा पूजा ) 17 जुलाई - पांचवा नवरात्रा ( माँ स्कंदमाता पूजा ) 18 जुलाई - छठा नवरात्र ( माँ कात्यानी पूजा ) 19 जुलाई - सातवां नवरात्र ( माँ कालरात्रि पूजा ) 20 जुलाई - आठवा नवरात्रा ( माँ गौरी पूजा दुर्गा अष्ठमी ) 21 जुलाई - नोवा नवरात्रा ( माँ सिद्धिदात्री पूजा नवमी पूजन )

Post a Comment

0 Comments