अमेरिका जिसे पुरे विश्व में सबसे शक्तिशाली माना जाता है वो कोरोनावायरस से अछुता ना रहा है। वहां तो और मरने वालों की संख्या इतनी है कि जितना में एक शहर बस जाता। वहां सबसे ज्यादा 42,000 के करीब लोग मर चुके हैं। 7 लाख से ज्यादा लोग कोरोना के चपेट में आने। युरोप में 01.02 लाख तक लोग मर चुके हैं। स्पेन में मरने वालों की संख्या 20 हजार से ऊपर है, फ्रांस में 20 हजार, इटली में 23 हजार से अधिक मौतें हो चुकी है। भारत अभी 590 के करीब है।
अमेरिका, इटली, युरोपीयन देश में तो अब ये हाल हो गया है कि मरने वाले इतने हो गये कि कोई लाश उठाने और ताबुत में भरने को ना लोग हैं ना उतनी जगह कि सबको कहा दफनाया जाए। हम भारतीय भी इसी रफ्तार से बढ़ रहे हैं हमें जिंदा रहना है तो सरकार के सभी आदेश मानने चाहिए।
भारत में बचाव के लिए सरकार ने लाॅक डाॅउन किया, लोगों ने सही से इसका पालन किया होता तो हम लोग इतना तक नहीं जा पाते। भारत में 18601 कोरोना पोजेटिव पाए गए हैं 3252 ठीक भी हुए हैं। भारत में सबसे अधिक महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, दिल्ली, उत्तर प्रदेश में कोरोना के मरीज हैं।
कोरोना वायरस खत्म होने के लिए हमें पुरी तरह बंद रहना बहुत जरूरी है। ना तब ये इतना फ़ैल जाएगा कि रोकना मुश्किल है। हांगकांग ने पुरी तरह अपने आप को पुरी दुनिया से और खुद को भी बंद रखा आज वो कोरोना वायरस पर जीत हासिल कर लिया है। वहां का बाजार खूल गया, जिंदगी पटरी पर आने लगी। लेकिन अमेरिका जैसा देश अभी भी पुरी तरह नहीं विचार कर रहा इतना मरने के बाद भी वो अपना अर्थव्यवस्था ठीक करने में लगा कर।
भारत ने लाॅक डाॅउन किया भी तो कुछ लोग इसका कोई मतलब ना रख रहे। कुछ लोग तो जान बुझकर फैला रहे आज पुरे कोरोना संक्रमित लोगों का एक तिहाई हिस्सा बस कुछ लोगों के कारण फैला है। किसी और की करनी आज वो भी भूगत रहे जो खुद को एकदम बंद रखें। यहां गेहूं के साथ ना जाने कितने घुन पिस रहे। लेकिन हम सबको एकजुट हो सोशल डिसटेंशिंग रखना होगा।
इस कोरोना वायरस का अभी तक तो कोई इलाज नहीं निकला है। इस पर लगातार शोध जारी है लेकिन अभी तक कुछ पक्का इलाज नहीं आया है। कोरोनावायरस में गले की खराश, सुखी खांसी, बुखार, सरदर्द, डायरिया, किसी चीज का स्वाद महसूस ना होना, गंध का पता ना चलना ये सब इसके लक्षण हैं। इनमें से एक भी लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।तभी आप खुद को और अपने परिवार को बचा सकते हैं।
जो हाल अभी हो रखा है दुनिया में आप अगले २ साल तक देश से कहीं बाहर ना निकले इसी में भलाई है। होटल का खाना, भीड़भाड़ ये सब से दूर ही रहें। साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। अपने हाथ को हर 1-2 घंटे पर धोते रहें। अगर आप ऑफिस ज्वाइन भी कर लिए तो वहां के दरवाजे, हैंडल, जो जो चीज का उपयोग ज्यादा लोग कर रहे उसे दिन में 3-4 बार सेनेटाइज करें।
यह वृद्ध व्यक्तियों में ज्यादा फैलने के चांस हो सकतें हैं। जिन्हें डायबिटीज़, हर्ट पेशेंट या किसी भयंकर बिमारी से ग्रसित हैं उनमें ये होने के चांस ज्यादा है। बच्चों में भी संक्रमण का डर ज्यादा रहता है। इसलिए कहते हैं घर में रहे सेफ रहें...
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