पुलवामा हमले के बाद भारत सरकार के कुछ ठोस कदम

      14 फरवरी को कुछ लोग वेलेंटाइन मनाने में लगे थे उसी दिन कुछ प्रेम और शांति के दुश्मन हमारे 40 जवानों को .... ये दुश्मन कोई और नहीं वहीं पाकिस्तान के है‌ जिनका‌ पानी‌ भी‌ हमीं देते हैं और वो‌ खुन बहाने से बाज नहीं आते। 40 जवानों के शहीद होने से पुरे देश का खून‌ खौल उठा है। कुछ भी कर के उन‌ पाकिस्तानीयों को धुल चटाना‌ है।

    उनका‌ तो विश्व मानचित्र पर से खात्मा करने का‌ ही जज्बा मन‌ में है‌। लेकिन हम लोग शांति के लिए जाने जाते हैं, लेकिन शांति का ये मतलब कतई नहीं है कि वो हमारा खून‌ बहा दे और हम देखते रहे। पुलवामा हमले के बाद भारत सरकार ने ‌‌‌भी कुछ कड़े कदम उठाए हैं, जानिए..


1.   पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को पानी देने से मना कर दिया है। नितिन गडकरी ने ट्वीट‌ कर कहा कि ब्यास, सतलज और रावी नदी के पानी को रोक कर पंजाब और जम्मू-कश्मीर के नदियों में ही प्रवाहित किया जायेगा।

   उन नदियों के पानी को बांध बनाकर रोकने की योजना बनाई जा रही है।इस पर बांध बनाने में थोड़ा समय जरुर लगेगा। उसके बाद इस पानी को यमुना नदी में मिला दिया जाएगा। उसके बाद यमुना नदी में भी पानी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो जाएगी।

2. पाकिस्तान से MFN मोस्ट फेवर्ड नेशन‌ का‌ दर्जा वापस ले लिया गया है। MFN के दर्जा का मतलब व्यापार में कुछ विशेष मिलने वाली सुविधाएं..भारत ने पाकिस्तान को 1996 में ये दर्जा दिया था। इस दर्जे का मतलब कि व्यापार में किसी हालत ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌में‌ नुकसान नहीं होने देता है। यह दर्जाप्राप्त देश कारोबार सबसे कम आयात शुल्क पर करता है।

3. भारत सरकार ने श्रीनगर और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद के बीच चलने वाली बस सेवा कारवां-ए-अमन खत्म कर दिया।




  

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