सरस्वती पूजा कब है और इस दिन में उपाय अवश्य करें

       माघ मास के शुक्ल पक्ष के पंचमी को बसंत पंचमी मनाया जाता है। इस दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है। बसंत पंचमी के बाद ही बसंत ऋतु का आगमन माना जाता है, इस दिन पीला रंग का विशेष महत्व भी होता है। हमारे यहां देवघर झारखंड में बसंत पंचमी पर बाबा बैद्यनाथ का शुभ तिलकोत्सव मनाया जाता है। मिथिला से लोग आते हैं बाबा को अबीर, गुलाल, घी आदि चढ़ाते हैं। 3 महीने के ठंड के बाद मौसम में हरियाली हर जगह दिखने लगती है ना ज्यादा ठंड रहता ना ज्यादा गर्म, साल का सबसे अच्छा मौसम बसंत ऋतु ही रहता है। हम इस पोस्ट में जानेंगे सरस्वती पूजा कब है, सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि......



         सरस्वती पूजा कब है और पूजा का शुभ मुहूर्त जानें......

     सरस्वती पूजा 14 फरवरी 2024 बुधवार को है। ऐसे पंचमी तिथि 13 फरवरी को दिन में 02.41 में ही शुरू हो जाएगी जो 14 फरवरी को दिन 12.09 तक रहेगा। लेकिन उदय तिथि के कारण 14 फरवरी को सरस्वती पूजा मनाया जाएगा। सरस्वती माता के पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 07.01 से 12.35 तक रहेगा, इस समय मुर्ति में प्राण प्रतिष्ठा करना हो या घर में ही फोटो की पूजा करनी हो इसी शुभ मुहूर्त में कर लें। 

      अभी माघ गुप्त नवरात्रि भी चल रहा है, जो 10 फरवरी से 18 फरवरी तक चलेगा। इस समय माता के पूजन का विशेष महत्व है। मां सरस्वती विद्या, बुद्धि और ज्ञान की देवी है, इस दिन बहुत शुभ मुहूर्त रहता है। बच्चों का पहली बार स्कूल जाना या विद्यारंभ के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है। छोटे बच्चों को सरस्वती पूजा के दिन शुभ मुहूर्त में अवश्य विद्यारंभ कराएं, माता सरस्वती के सामने पीला वस्त्र धारण कर ऊं दिखाना चाहिए.....

       सरस्वती पूजन विधि.....

      सरस्वती पूजा के दिन स्नान ध्यान कर, सबसे पहले पीला कपड़ा पर मां सरस्वती की फोटो रखें। पहले आचमन कर शुद्ध हो जाएं फिर भगवान को पीला वस्त्र पहनाएं, पीला चंदन या केसर चंदन लगाएं। पीला फूल, पीला फल चढ़ाएं। माता को पीला रंग पसंद है इसलिए उनके भोग में भी पीला फल, मिठाई रखें। सरस्वती पाठ, मंत्र पढ़ें। माता सरस्वती के पास किताब, काॅपी, कलम रखें। 

    सरस्वती पूजा पर करें ये उपाय......

    * सरस्वती पूजा के दिन अपने कैरियर में सफलता प्राप्त करने के लिए माता को सफेद चंदन लगाएं और फिर "ऊं ऐं सरस्वतवै ऐं नमः" का 108 बार जाप हल्दी माला से करें।

    * इस दिन बच्चों से गरीब बच्चों में काॅपी, कलम, पेंसिल, किताब दान करवाना चाहिए।

   * सरस्वती पूजा के दिन पति-पत्नी के लिए विशेष उपाय है अगर पति-पत्नी के बीच लगातार अनबन रहे तो इस दिन रति कामदेव की पूजा करनी चाहिए। दोनों में संबंध अच्छे रहते हैं।

   * अगर आप को पढाई में मन नहीं लगता है तो इमली के 22 पत्ते लेकर 11 पत्ते सरस्वती माता को चढ़ाएं और 11 पत्ता सफेद कपड़ा में लपेट अपने किताब वाले जगह पर रख दें।

    * सरस्वती पूजा के दिन मां काली को पेठा या फल चढ़ाएं और  " ऊं ऐं ह्लीं क्लीं सरस्वतवै नमः" का जाप करें।

   * इस दिन माता को केसर वाली खीर, शहद का भोग लगाएं। पीला वस्त्र पहनना चाहिए।


  

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