बसंत पंचमी जिस दिन हम मां सरस्वती की पूजा करते हैं। फ़रवरी माह आते ही बसंत पंचमी की तैयारी शुरू हो जाती है यह लगभग हर साल फरवरी माह में ही पड़ता है। बसंत पंचमी की दिन बहुत ही शुभ माना जाता है इस दिन शादी विवाह या कोई भी मांगलिक कार्य अत्यंत शुभ रहता है। इस दिन माता सरस्वती का प्राकट्य दिवस भी माना जाता है। स्कूल कालेज या मुहल्ले में सरस्वती पूजा बहुत धुमधाम से मनाते हैं आप लोग शायद अब चंदा जमा करना शुरू भी कर दिए होंगे।
बसंत पंचमी कब है और इसका शुभ मुहूर्त......
बसंत पंचमी 16 फरवरी मंगलवार को है। यह माघ शुक्ल पक्ष के पंचमी तिथि को मनाया जाता है। बसंत पंचमी 16 फरवरी को सुबह 3.36 पर शुरू हो 17 बुधवार को 5. 46 तक रहेगा। पुरा दिन पंचमी ही रहेगा। सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त - 06.24 से 12.04 तक है।
बसंत पंचमी पर पीले रंग का महत्व....
बसंत पंचमी पर पीले रंग का खास महत्व है। इस दिन लगभग सभी लोग पीले रंग का कपड़ा पहनते। सरस्वती माता को भी पीला वस्त्र पहनाया जाता है, पीला प्रसाद चढ़ाया जाता है। पीला भी केसरिया पीला, इस दिन केसर वाली खीर, पुआ, बुनिया सेव, गाजर, हलवा आदि का प्रसाद चढ़ाया जाता है।
पीला रंग पहनने के पीछे कारण हैं। बसंत ऋतु ठंड खत्म हो जाने का निशानी होता है और इस समय सारे फूल पत्ते नये सिरे को खिलने लगते, आम में मंजर आने लगते, सरसों के पीले पीले फूल मौसम को और सुहावना बना रहे होते हैं। बसंत ऋतु को ऋतुओं का राजा कहा जाता है। बस हम लोग इस मौसम के स्वागत के लिए पीला पहनते हैं ये नियम बहुत पहले से चला आया है।
बसंत पंचमी के दिन सुर्य उत्तरायण होता है, जो यह बताता है कि हमें सुर्य के तरह गंभीर और प्रखर होना चाहिए।
पीला रंग समृद्धि, प्रकाश और आशावाद का प्रतीक है। पीला रंग शुभ, सादगी और सात्विक प्रकृति का माना जाता है। फेंगशुई के अनुसार यह रंग आत्मा और अध्यात्म से जोड़ता है।
हमारे पोस्ट पर बने रहिए, अगले पोस्ट में सरस्वती पूजा की विधि, कैसे करें सरस्वती माता को प्रसन्न, माता सरस्वती को क्या क्या चढ़ाएं जैसी पोस्ट पढ़ें। आपको मेरा पोस्ट कैसा लगा कमेंट कर अवश्य बताएं।
0 Comments