लीची की कहानी, हमारी जुबानी

     गर्मी आते ही बाजार में लाल-लाल स्टरोबैरी के जैसे फल बहुत दिखते हैं। इसका पत्ता हरा और चमकीला होता है,रसों से भरपूर, गूदेदार फल लीची की बात कर रहे हैं। अभी पुरा बाजार आम और लीची से भरा है। लीची स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है। लीची में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ए और बी, पोटेशियम, फाॅस्फोरस, मैग्नीशियम, आयरन, कैल्शियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।

     लीची की उत्पत्ति- मन में कभी कभी सवाल आता होगा लीची आई कहां से तो जानिए..यह दक्षिण चीन का फल है। भारत में यह 17 वी‌ शताब्दी में आया, तब से यहां इसका खेेती होने लगा। भारत अब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश बन गया है।


      बिहार तीन चौथाई भाग उत्पादन अकेले करता है। बाकी असम, झारखंड, उड़ीसा, पंजाब , पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड ये सब है। उत्तर बिहार का शाही लीची पुरे विश्व में प्रसिद्ध है।

    लीची के फायदे- 

  *  लीची खाने से चेहरे में निखार आता है और त्वचा पर भी उम्र का पता नहीं चलता।
   * यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है और हार्ट अटैक की संभावना को कम करता है।
    * इसमें मौजूद काॅपर शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है।
   * कफ से परेशान लोगों को फायदा पहुंचाने में मदद करता है। पेट से संबंधित परेशानी को दूर करता है। गुर्दे की पथरी के दर्द को भी राहत पहुंचाता है।
  *  इसमें मौजूद फाइबर मोटापे को कम करने में सहायता करता है। थकान और कमजोरी में भी फायदेमंद है।
   *  विटामिन सी की मात्रा के कारण सर्दी जुखाम में फायदा पहुंचाता। गले के संक्रमण को भी रोकता है।

     खाली पेट लीची बिल्कुल नहीं खाना चाहिए। इसमें अम्ल की मात्रा अधिक होने के कारण जानलेवा साबित हो सकती है।

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